सरस्वती संकेत समाचार से राजेंद्र सिंह चंदेल की रिपोर्ट –
*सोमनी में शासकीय भूमि की अवैध खरीद-बिक्री जोरों पर, ग्रामीणों में आक्रोश*
भूमाफिया सरकारी जमीन को निजी बताकर कर रहे हैं सौदे, शासन के आदेश को ठेंगा
सोमनी (राजनांदगांव)। क्षेत्र में शासकीय भूमि की अवैध खरीद-बिक्री का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। हाल ही में शासन द्वारा जारी आदेश और चेतावनियों के बावजूद कुछ भू-माफिया और दलाल मिलकर सरकारी जमीन को निजी बताकर लाखों में सौदे कर रहे हैं।
जानकारी के अनुसार, हाल ही में ग्रामीणों और मीडिया द्वारा शासकीय भूमि की अवैध बिक्री का मुद्दा प्रमुखता से उठाया गया था, जिसके बाद शासन ने सख्त कार्रवाई करते हुए आदेश जारी किया कि बिना तहसीलदार की अनुमति के कोई भी पटवारी आबादी भूमि का रिकॉर्ड नहीं देगा। बावजूद इसके, शासकीय भूमि पर अतिक्रमण और धोखाधड़ी की घटनाएं सामने आ रही हैं।
बताया जा रहा है कि नेशनल हाइवे किनारे स्थित शासकीय भूमि पर भू-माफिया द्वारा चुने की मार्किंग कर निजी भूमि बताई जा रही है और उसकी रजिस्ट्री की तैयारी की जा रही है। यह वही भूमि है जिसका उपयोग ग्रामीण वर्षो से सार्वजनिक मार्ग के रूप में तालाब तक पहुंचने के लिए करते आ रहे हैं।
प्रभावित ग्रामीणों का कहना है कि यह भूमि ग्रामवासियों के लिए महत्वपूर्ण है और इसकी बिक्री से जनसुविधाओं पर प्रभाव पड़ेगा। दलालों द्वारा दो से ढाई हजार रुपए प्रति स्क्वेयर फीट के हिसाब से जमीन बेचने की योजना बनाई जा रही है, जिससे गांव में आक्रोश व्याप्त है।
ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि इस मामले में तत्काल संज्ञान लेकर सख्त कार्रवाई की जाए और शासकीय भूमि को अवैध कब्जे और बिक्री से बचाया जाए।