– दारू विभाग के अधिकारी के बिगड़े बोल पत्रकारों को कहां बीमारी, जिला प्रेस क्लब खैरागढ़
छुईखदान गंडई के पत्रकार साथियों ने की कलेक्टर से कार्यवाही कि मांग,, छुईखदान – विगत दिनों खैरागढ़ शराब भट्टी में तय रेट से ज्यादा रेट में बिक्री किये जा रहें शाराब कि शिकायत हुईं थी, जिसे लेकर राजनादगाव से जांच हेतु चंद्रहास यदु खैरागढ़ शराब भट्ठी पहुंचे, जैसे ही इसकी जानकारी प्रेस वालो को होने पर प्रेस क्लब के साथी पत्रकार शराब भट्ठी पहुंचे, जहाँ पर जांच पर अधिकारी चंद्रहास यदु से जांच के सम्बन्ध में प्रत्रकारो ने जानकारी चाहां, जिसे लेकर उक्त अधिकारी के द्वारा पत्रकारो से दुर्य व्यवहार से पेश आया और कहाँ कि ये सब बिमारी को मेरे सामने से हटाओ,, जिसे लेकर पत्रकार साथिओं ने विरोध प्रकट किया,
खैरागढ़ छुईखदान गंडई जिले के खैरागढ़ शराब दुकान में बीते मंगलवार को हुये घटना को पुरे छेत्र में आबकारी विभाग के विरोध में चर्चा आम हो गया है, जिसे लेकर जिला प्रेस क्लब खैरागढ़ छुईखदान गंडई (छ, ग़,) के सदस्यो ने एक बैठक कर जिले के कलेक्टर श्रीमान गोपाल वर्मा से भेंट कर ज्ञापन सौंपा, और कहा कि हम प्रेस के माध्यम से जनहित से जुडी समस्याओं को उठाते है, जो कि लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ के रूप में परिभासित है, लेकिन उक्त अधिकारी के द्वारा प्रेस रिपोर्टर को बिमारी कहना हमारे लोकतंत्र के लिए कुठाराघात है, उक्त अधिकारी के ऊपर कड़ी से कड़ी कार्यवही किया जाये,, ज्ञात हो कि अंग्रेजी शराब दुकान में उचित मूल्य से अधिक दाम में शराब बिक्री को लेकर पूर्व में शिकायत किया गया था । जिसके बाद उस शराब दुकान में आबकारी विभाग के उच्चाधिकारियों के द्वारा जाँच किया गया । जाँच के बाद जब पत्रकारों ने अधिकारियों से जाँच के संबंध में जानकारी चाहा तो जांच करने वाले अधिकारी ने मीडिया को बीमारी कहते हुए माइक हटाने को कह दिया। जिसके बाद नाराज पत्रकारों ने कल बुधवार को जिला प्रेस क्लब के अध्यक्ष सज्जाक खान, चैतेन्द्र तिवारी, नितिन भांडेकर, राजेंद्र सिंह चंदेल, उमेश कोठले, गोपी वर्मा, शिवानी परिहार, आदित्य सिंह परिहार, मिना पाल, नीलम वैष्णव, संजय शर्मा दीपक देशमुख सुदीप श्रीवास्तव विश्वराज ताम्रकार के नेतृत्व में उस अधिकारी के खिलाफ कलेक्टर को कारवाही करने के लिए ज्ञापन सौंपा है।
,,,,,वीडियो हुआ वायरल,,, आबकारी विभाग के द्वारा पत्रकारों के ऊपर किये गए गलत टिप्पणी का वीडिओ वायरल होते ही शहर सहित अधिकारियों में हड़कम मच गयी । जिसको लेकर जगह जगह चर्चा का विषय बन गया है। पत्रकारों को लेकर ऐसे शब्दों का इस्तेमाल से हर वर्ग से लोग आश्चर्य में है।और उक्त अधिकारी के ऊपर कार्यवाही कि मांग कर रहें है
पुरे जिले में चल रहा अवैध शराब का कारोबर आबकारी विभाग मौन,,, ज्ञात हो कि खैरागढ़ छुईखदान गंडई जिले में लगातार अवैध शराब विक्रय कि शिकायत होते रहा है लेकिन आबकारी विभाग के मौन धारण कर लिया जाता है, पुरे छेत्र में कोचीयो के द्वारा ज्यादा मूल्य पर शराब विक्रय किये जाने कि शिकायत है, लेकिन अब तक कार्यवाही नहीं होने के कारण समझ से परे है । क्या किसी नेता के सरंक्षण में पल रहे सक्षम अधिकारी या फिर कारवाही करने से डरते है आला अधिकारी, यह सवाल जानताओ में गुंज रही है। शराब दुकान के पास मणि कंचन केंद्र में कार्य करने वाले महिलाओं को आने जाने में समस्या हुआ करते हैं । पत्रकारों के द्वारा कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया है देखने वाली बात यह होगी क्या ऐसे अधिकारी जो पत्रकारों को बीमारी कह रहे हैं उनके ऊपर कार्यवाही होगा आपको बता दें पत्रकार लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है इसलिए देश के ऊंचे पद पर आसीन व्यक्ति भी पत्रकारों के बारे में गलत शब्द का इस्तेमाल नहीं करते हैं,,