शिक्षा प्रणाली में होगा क्रांतिकारी बदलाव
खैरागढ़– स्वामी आत्मानंद ( पदुमलाल पुन्नालाल बक्शी) शासकीय स्कूल में संकुलस्तरीय मेगा पालक सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस दौरान कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे सांसद प्रतिनिधि भागवत शरण सिंह ने कहा की राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के माध्यम से शिक्षा प्रणाली में क्रांतिकारी बदलाव आने जा रहा है। पालकों के साथ शिक्षकों के संवाद का यह अवसर उसी से जुड़ा कदम है। नई शिक्षा नीति के माध्यम से शिक्षा को अधिक व्यवहारिक और समवेशी बनाया जा रहा है। भेड़चाल से हटकर प्रत्येक छात्र की क्षमताओं को पहचान कर उन्हें दिशा प्रदान करना भी शिक्षा नीति का महत्वपूर्ण अंग है। शिक्षा का उद्देश्य मात्र धनार्जन न होकर एक संपूर्ण नागरिक राष्ट्र को प्रदान करना है। जिसमें शिक्षकों के साथ पालकों की भी भूमिका बढ़ जाती है। इसे समझने के उद्देश्य से ही आज का सम्मेलन आयोजित किया गया है।
शासन ने निर्धारित किए सर्वांगीण विकास के बिंदु
सम्मेलन में नोडल अधिकारी व एसडीएम टंकेश्वर प्रसाद साहू ने कहा कि शासन ने छात्रों के सर्वांगीण विकास को लेकर बिंदु निर्धारित किए हैं। और धीरे – धीरे एक एक बिंदु को ज़मीनी स्तर पर क्रियान्वयन भी किया जा रहा है। पूर्व मे न्योता भोज का कार्यक्रम भी उसी का अंग है। एसडीएम साहू ने कहा कि मेगा पालक सम्मेलन के माध्यम से अभिभावकों से संवाद स्थापित कर छात्रों को बेहतर वातावरण उपलब्ध कराए जाने का प्रयास किया जाएगा।
दबावरहित शिक्षा की ओर बढ़ें आगे
कार्यक्रम के अध्यक्षता कर रहे बीएमओ डॉ.विवेक बिसेन ने विचार रखते हुए कहा कि अभिभावकों को इस बात का ध्यान रखना होगा। कि छात्रों के लिए शिक्षा मानसिक दबाव का कारण न बने इसके लिए आवश्यक है कि विषयों का चयन उनकी मानसिक क्षमताओं को ध्यान में रखकर किया जाए। डॉ.बिसेन ने कहा कि हमें दबाव रहित शिक्षा की ओर आगे जाना है।
ये रहे मौजूद
सेजेस कन्या शाला के अध्यक्ष आलोक श्रीवास, पार्षद राजेश देवांगन, सेवानिवृत शिक्षक विनय शरण सिंह, सेजेस के सदस्य संजय शर्मा, संदीप दास वैष्णव, विधायक प्रतिनिधि यतेंद्रजीत सिंह संस्था के प्राचार्य रोशनलाल वर्मा सहित शिक्षक अनुराग सिंह, आशीष मिश्रा, संजय श्रीवास्तव, प्रयाग सिंह, किरण सिंह, पदमा साहू, प्रेरणा सिंह, निखिल सिंह, सुनील गुनी व अन्य मौजूद रहे।