रायपुर. नवा रायपुर से राजनांदगांव के बीच भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत प्रस्तावित नई सिक्सलेन के रास्ते में आ रहे 19 गांवों में जमीन खरीदी-बिक्री पर रोक लगा दी गई है। ये भी गांव नवा रायपुर के आउटर में हैं। इन गांवों की जमीन का अब न तो नामांतरण होगा और न ही डायवर्सन।
मंगलवार को इस बारे में जिला प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। अब इन गांवों में जहां-जहां से भातरमाला प्रोजेक्ट के तहत बनने वाली सड़क गुजरेगी, वहां की जमीन की नाप-झोंक होगी। ये देखा जाएगा कि किन-किन ग्रामीणों की कितनी-कितनी जमीन सड़क के रास्ते में आ रही है। सड़क के रास्ते की जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा।
इस दौरान जिन ग्रामीणों की जितनी-जितनी जमीन सड़क के दायरे में आएगी, उसी हिसाब से उनका मुआवजा तय होगा। रायपुर कलेक्टर ने दोनों एसडीएम को नई सड़क के लिए जहां-जहां जमीन की आवश्यकता है, उसकी डिटेल रिपोर्ट तैयार करने को कहा गया।
सड़क के रास्ते में जो जमीन आ रही हैं, उसके मालिक के नाम के साथ उसका खसरा नंबर, रकबा सबुकछ डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट में रहेगा। रिपोर्ट तैयार होने के बाद ही जमीन खरीदी की जाएगी। इसके लिए जल्द ही अधिसूचना जारी की जाएगी। अफसरों का कहना है कि इस प्रक्रिया के साथ भारतमाला प्रोजेक्ट नेशनल हाईवे 53 के लिए अधिग्रहण शुरू हो गया है।
बनेग नया इकोनॉमिक कॉरीडोर
भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत बनने वाले इस नई सड़क से भिलाई-दुर्ग जाने का रास्ता सबसे आसान हो जाएगा। अभी तक लोगों के पास टाटीबंध और अमलेश्वर के रास्ते से भिलाई-दुर्ग जाने का इकलौता प्रमुख विकल्प है। नवा रायपुर से भी भिलाई-दुर्ग के लिए नई और सिक्सलेन सड़क बनने से ट्रैफिक का झंझट नहीं होगा।
अफसरों के अनुसार यह सड़क नई इकोनॉमिक कॉरीडोर होगी। आने वाले दिनों में सड़क का विस्तार कर इसे मुंबई-कोलकाता तक जोड़ा जाएगा। यानी ट्रांसपोर्ट गाड़ियां भी इसी रास्ते से रायपुर तक आएंगी। आम लोगों के सड़क रास्ते का नया विकल्प भी उपलब्ध होगा।
कहीं फोर कहीं सिक्सलेन होगी
रायपुर से राजनांदगांव के बीच प्रस्तावित ये नई सड़क 92.230 किमी लंबी होगी। यह सड़क कहीं फोर तो कहीं सिक्सलेन की होगी। भिलाई-दुर्ग तक यह पूरी तरह से सिक्सलेन होगी। जमीन की उपलब्धता के अनुसार इसे कहीं-कहीं फोर लेन भी किया जाएगा। भारतमाता प्रोजेक्ट के तहत इस सड़क को राजनांदगांव के टेडेसरा गांव से शुरू किया गया है।
यही दुर्ग-भिलाई से होते हुए नवा रायपुर के पारागांव में खत्म होगी। रायपुर में इस सड़क की लंबाई 48.73 किमी होगी। इस सड़क में अभनपुर के 17 और आरंग के 2 गांवों की भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा।