राजनांदगांव. राजनांदगांव जेल में एक कैदी की मौत होने से जेल में हडक़ंप मच गया. कैदी की मौत के बाद परिजनों ने जेल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया है और मौत के पीछे बड़ी लापरवाही की बात कही है. लगभग 4 माह पहले आरोपी शांतिनगर निवासी 20 वर्षीय मोहित पटेल को 376 के मामले में जेल भेजा गया था, जिसका मामला न्यायालय में विचाराधीन है. इसी बीच मोहित की तबियत कुछ दिनों से खराब चल रही थी, जिसे 29 जुलाई को अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जिसकी आज सुबह मौत हो गई. मौत का कारण अज्ञात बताया जा रहा है. इस मामले में डॉक्टर भी कुछ बोलने से बच रहे हैं.
परिजनों का आरोप है कि मोहित को जबरन फसाया गया है. लडक़ी स्वयं घर मे आकर रहना चाहती थी, उसे समझाकर घर भेज दिया गया था. इसके बाद पुलिस वालों ने पूछताछ करना है करके लेकर गए और 376 के मामले में जेल भेज दिया. हम लोग मोहित से मिलने गए थे, लेकिन मिलने नहीं दिया गया. एक महीने से उसकी तबियत खराब थी. फिर भी उसे अस्पताल में भर्ती नहीं किया गया, जब तबियत ज्यादा खराब हुई तब अस्पताल में भर्ती किया गया, वहां पर भी मिलने नहीं दिया गया. जेल प्रशासन और डॉक्टर की लापरवाही से मोहित की जान चली गई.
तबीयत खराब होने पर मोहित को अस्पताल में भर्ती कराया था: जेल अधीक्षक
इस मामले को लेकर जेल अधीक्षक एसएल नेताम का कहना है कि मोहित की तबीयत 29 जुलाई को खराब हुई थी, उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जिसकी आज मौत हो गई है. मोहित की मौत के मामले को लेकर परिजनों के आरोप और अधीक्षक के बयान को देखकर तो ऐसा लगता है कि मोहित की मौत अपने पीछे बहुत से सवाल छोड़ गया है. इस मामले को लेकर अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है.