NPG डेस्क। रिश्वतखोरी के मामले में सीबीआई ने कार्यवाही करते हुए तीन रेल अफसरों के अलावा 2 अन्य लोगो को गिरफ्तार किया हैं। गिरफ्तार अफसर पूर्व मध्य रेलवे जोन में कार्यरत थे। मामला माल लदान के लिए अनियमित तरीके वैगन व रैक उपलब्ध करवाने से जुड़ा है। बिहार के हाजीपुर मुख्यालय वाले पूर्व मध्य रेलवे के अफसरों पर माल लदान के लिए नियम कायदों को दरकिनार कर एक ही कंपनी को प्रथमिकता के आधार पर वैगन व रैक उपलब्ध करवाने की शिकायत मिली थी। जिसके चलते सीबीआई गुप्त रूप से इसकी जांच कर रही थी। जांच में पता लगा कि कोलकाता स्थित आभा एग्रो एक्सपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड को लगातार प्राथमिकता के आधार पर रैक उपलब्ध करवाए जाते हैं और इसके एवज में प्रतिमाह मोटी रकम की वसूली की जाती हैं। सीबीआई पूरे मामले में नजर बनाए हुए थी।
रविवार को सीबीआई ने पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य माल परिवहन प्रबंधक (सीएफटीएम) संजय कुमार को 6 लाख रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया। संजय कुमार 1996 बैच के आईआरटीएस अधिकारी हैं। सीबीआई ने जांच के आधार पर समस्तीपुर के वरीय मंडल परिचालन प्रबंधक रूपेश कुमार व सोनपुर के वरीय मंडल परिचालन प्रबंधक सचिन मिश्रा को भी गिरफ्तार किया हैं। दोनो आईआरटीएस के 2011 बैच के अधिकारी हैं।
सीबीआई ने आभा एक्सपोर्ट कंपनी के नवल लाधा औऱ मनोज कुमार साहा को भी गिरफ्तार किया है। आरोप हैं कि इनके साथ ही मिल कर अफसरों ने पूरी साजिश रची थी। सीबीआई ने पटना,सोनपुर,हाजीपुर, समस्तीपुर,और कोलकाता में भी छापेमारी की। छापेमारी में 46 लाख 50 हजार रुपये का कैश मिला। एक गाड़ी से सीबीआई को लिफाफों में भरा कैश मिला जो अलग अलग रेलवे अधिकारियों को देने के लिए रखे गए थे। सीबीआई ने रविवार को दर्ज की गई प्राथमिकी रेलवे अधिकारियों व कंपनी अधिकारियों को नामजद आरोपी बनाने के अलावा अन्य अज्ञात आरोपी भी बनाये हैं। जिससे माना जा रहा हैं कि सीबीआई के जांच के दायरे में अन्य अफसर भी आ सकते हैं।