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अधिकारी अपनी जिम्मेदारी समझे, जन अपेक्षाओं के अनुरूप कार्य करना सुनिश्चित करें – कलेक्टर

  • एसडीएम अपने अनुविभाग में मैदानी अमले के अधिकारी और कर्मचारियों की बैठक लेकर सभी महत्वपूर्ण योजनाओं के क्रियान्वयन और संचालन की समीक्षा करें
  • किसानों से जल्द से जल्द उर्वरक का उठाव कराने कहा
  • कॉमन सर्विस सेंटर में निर्धारित राशि से अधिक वसूली पुष्टि होने पर सख्त कार्रवाई करें
  • सुराजी गांव योजना के क्रियान्वयन में अपनी सार्थक भूमिका निर्वहन करें
  • स्ववसहायता समूह द्वारा निर्मित विभिन्न उत्पादों की बिक्री सी-मार्ट के माध्यम से कराए जाने के दिए निर्देश
  • साप्ताहिक समय सीमा की बैठक सम्पन्न

कलेक्टर श्री तारन प्रकाश सिन्हा ने आज साप्ताहिक समय-सीमा की बैठक में जिलाधिकारियों से कहा कि सभी अधिकारी अपनी जिम्मेदारी समझे और जन अपेक्षाओं के अनुरूप कार्य करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी समय पर अपने मुख्यालय में उपस्थित रहें। जन भावनाओं के अनुरूप कार्य करते हुए उनकी समस्याओं का निराकरण समय पर करें। ग्रामीण अपनी समस्याओं को लेकर एक अपेक्षा के साथ आपके पास आते हैं। इसे ध्यान में रखते हुए सदभावना पूर्वक आमजन की बातों को गंभीरतापूर्वक सुनने के साथ ही उचित निराकारण करें। बैठक में कलेक्टर ने लंबित पत्रों की समीक्षा करते हुए सभी लंबित आवेदनों का समय-सीमा में गुणवत्ता पूर्वक निराकरण करने कहा है। बैठक में कलेक्टर ने महत्वपूर्ण निर्देश देते हुए अनुविभागीय अधिकारी राजस्व से कहा कि सभी अपने स्तर पर अपने अनुविभाग के अंतर्गत आने वाले मैदानी अमला के अधिकारी और कर्मचारियों की बैठक लेकर सभी महत्वपूर्ण योजनाओं के क्रियान्वयन और संचालन की समीक्षा करें। अनुविभाग स्तर पर लंबित पत्रों प्रकरणों एवं समस्याओं का समाधान करते हुए आम जनता को राहत दिलाने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करें।
कलेक्टर श्री सिन्हा ने कहा कि सभी हायर सेकेंडरी स्कूलों में आवश्यक सामग्री क्रय करने के लिए राज्य शासन द्वारा राशि का आबंटन किया गया है। कुछ स्कूलों में बिना सामग्री क्रय किए बिना बिल वाउचर लगाकर सामग्री क्रय किए जाने संबंधी उल्लेख किया जा रहा है। उन्होंने इस संबंध में सभी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को अपने अनुविभाग के अंतर्गत आने वाले सभी हायर सेकेंडरी स्कूलों की रैंडम जांच कर सामग्री कार्य किए जाने संबंधी जांच करने निर्देशित किया है। उन्होंने कहा कि जिन स्कूलों में सामग्री क्रय किए बिना बिल वाउचर लगाया गया है। उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए रिपोर्ट प्रस्तुत करने कहा है। इसी तरह उन्होंने सभी कॉमन सर्विस सेंटर की भी जांच करने कहा है। उन्होंने आम जनता से सेवा के नाम पर निर्धारित राशि से अधिक दर वसूली करने संबंधी प्राप्त शिकायत के आधार पर सभी कॉमन सर्विस सेंटर की जांच करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि जिन सेंटरों में निर्धारित राशि से अधिक वसूली किए जाने की शिकायत की पुष्टि होती है उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करें।
कलेक्टर ने गौठान योजना अंतर्गत स्वसहायता समूह द्वारा निर्मित विभिन्न उत्पादों की बिक्री सी-मार्ट के माध्यम से कराए जाने संबंधी निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि अधिकांश स्वसहायता समूह की महिलाओं द्वारा उच्च गुणवत्ता के उत्पाद बनाए जा रहे हैं। जिसकी बिक्री सी-मार्ट के माध्यम से होने से महिला समूह को आर्थिक आमदनी होने के साथ ही उन्हें सम्बल मिलेगा। उन्होंने धन्वंतरी मेडिकल स्टोर के माध्यम से दवाइयों का विक्रय सुनिश्चित करने कहा है। जिससे आम जनता को स्वास्थ्य संबंधी समस्या के लिए सस्ती और उपयुक्त दवाई मिल सके। कलेक्टर ने बैठक में मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक योजना के क्रियान्वयन का यथोचित संचालन करने कहा है। उन्होंने कहा कि आम जनता के लिए यह उपयुक्त और उचित अवसर है कि वह बिना किसी तकलीफ के स्वास्थ्य संबंधी समस्या की जांच और उपचार आसान तरीके से करा सकते हैं। इसके लिए आम जनता को इस सेवा का लाभ मिलना चाहिए। नरवा परियोजना की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि जिले के अंतर्गत जितने भी नरवा चिन्हित किया गए है। वहां इसका क्रियान्वयन उचित ढंग से किया जाना चाहिए। जहां कहीं भी योजना अंतर्गत कार्य किया जाना शेष हो उसे हर हाल में बरसात से पहले पूरा कर लेने कहा है। कलेक्टर ने सभी संबंधित अधिकारियों को गौठान योजना का संचालन आगे भी अच्छी तरह जारी रखने कहा है। जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था और अधोसंरचना को बढ़ावा मिलने के साथ ही महिला समूह को विविध गतिविधियों का संचालन करने में अवसर मिलता रहे। उन्होंने कहा कि प्रत्येक गांव में तीन तरह की गतिविधियां अनिवार्य रूप से किया जाना है। इनमें गौठान में मछली पालन, सब्जी-भाजी की खेती और पशुपालन संबंधी कोई एक गतिविधि का संचालन किया जाना है। इसके लिए उन्होंने संबंधित अधिकारियों को गौठानों का भ्रमण कर इन गतिविधियों का संचालन करने कहा है। उन्होंने कहा कि यह योजना मुख्यमंत्री की सर्वोच्च प्राथमिकता वाली योजना है। इसका धरातल स्तर पर क्रियान्वयन दिखना चाहिए। उन्होंने कहा कि ग्रामीण स्तर पर आजीविका मूलक गतिविधियों और रोजगार के अवसर के लिए इस योजना का संचालन किया जा रहा है। इसमें आमूलचूल परिवर्तन दिखना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए योजना के क्रियान्वयन में अपनी सार्थक भूमिका निर्वहन करने कहा है।
बैठक में कलेक्टर ने महत्वपूर्ण निर्देश देते हुए कहा कि सेवानिवृत्त होने वाले अधिकारी-कर्मचारी की सभी प्रकार के स्वततों का भुगतान सेवानिवृत्ति के दिन उसे मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि सभी विभागीय अधिकारियों का दायित्व है कि अपने यहां सेवानिवृत्त होने वाले अधिकारियों-कर्मचारियों की पेंशन संबंधी सभी प्रकार के देयकों का भुगतान के लिए पूर्व से कार्रवाई करते हुए उन्हें भुगतान करें। उन्होंने कहा कि जिस विभाग में पेंशन संबंधी प्रकरण लंबित हो उसका अविलंब निराकरण करें। कर्मचारियों के पेंशन का भुगतान लंबित रखे जाने पर कड़ी कार्रवाई किया जाएगा। सभी अधिकारी अभियान चलाकर कर्मचारी का भुगतान करें। इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ श्री लोकेश चंद्राकर, अपर कलेक्टर श्री सीएल मारकण्डेय, संयुक्त कलेक्टर श्री इंदिरा देवहारी, संयुक्त कलेक्टर श्री निष्ठा पाण्डेय, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथलेश चौधरी, एसडीएम राजनांदगांव श्री अरूण वर्मा उपस्थित थे।

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