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इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय में 21 जुलाई को एनईपी 2020 की त्रिस्तरीय कार्यशाला का हुआ आयोजन*

*इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय में 21 जुलाई को एनईपी 2020 की त्रिस्तरीय कार्यशाला का हुआ आयोजन*

 

👉 *उच्च शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने कार्यशाला को किया संबोधित*

 

खैरागढ़. इन्दिरा कला संगीत विश्वविद्यालय के कैम्पस 02 स्थित ऑडिटोरियम में सोमवार 21 जुलाई को प्रातः 11 बजे राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अंतर्गत स्नातक पाठ्यक्रम के संबंध में त्रिस्तरीय कार्यशाला का आयोजन संपन्न हुआ। कार्यशाला में मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. राजेश पांडेय अपर संचालक क्षेत्रीय कार्यालय उच्च शिक्षा दुर्ग उपस्थित रहे। अध्यक्षता कुलपति महोदया प्रो.(डॉ.) लवली शर्मा ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ. जी.ए. घनश्याम संयुक्त संचालक उच्च शिक्षा संचालनालय नवा रायपुर व डॉ.डीके श्रीवास्तव ओएसडी (एनईपी) उच्च शिक्षा संचालनालय नवा रायपुर उपस्थित रहे। कार्यशाला में डाॅ. राजेश पांडेय ने वर्तमान समय में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की आवश्यकता को लेकर विस्तार से जानकारी प्रदान की। उन्होंने कहा कि एनईपी में भारतीय ज्ञान परंपरा को समाहित की गई है। इसका मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को आत्मनिर्भर तथा स्वावलंबी बनाना है। कुलपति महोदया प्रो.(डॉ.) लवली शर्मा ने कहा कि एनईपी के तहत छोटे बच्चों के अंदर स्वावलंबन की भावना जागृत करने शिक्षा प्रदान की जायेगी। इसके साथ ही यह सुविधा भी है कि हम अपने अनुसार अपनी शिक्षा की दिशा बदल सकते हैं। एनईपी लागू होने से निश्चित ही सभी बच्चें लाभान्वित होंगे और अपना भविष्य बेहतर बना पायेंगे। विशेषज्ञ प्रो. डी. के. श्रीवास्तव ने कार्यशाला में प्रेजेंटेशन के माध्यम से राष्ट्रीय शिक्षा नीति के संबंध में जानकारी प्रदान की। उन्होंने विभिन्न उदाहरणों के माध्यम से राष्ट्रीय शिक्षा नीति में विद्यार्थियों के बेहतर भविष्य के लिये अपनाई गई नीतियों की विस्तारपूर्वक जानकारी प्रदान की। विशेषज्ञ डॉ. जी.ए. घनश्याम संयुक्त संचालक ने भारतीय ज्ञान परंपरा के माध्यम से राष्ट्रीय शिक्षा नीति के पाठ्यक्रमों की विस्तारपूर्वक जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस नीति का उद्देश्य शिक्षा के माध्यम से विद्यार्थियों में भारतीय ज्ञान परंपरा को बढ़ावा देना है। कार्यशाला में विषय विशेषज्ञों के द्वारा एनईपी 2020 के बारे में सार्थक चर्चा की गई। उन्होंने भारतीय संस्कृति के साथ ही भारतीय ज्ञान परंपरा के अनुरूप विश्वविद्यालय में अध्ययन-अध्यापन की व्यवस्था के संबंध में जानकारी दी। प्रो.डाॅ. नमन दत्त अधिष्ठाता संगीत संकाय ने स्वागत भाषण दिया तथा कार्यक्रम के समापन में कुलसचिव डाॅ. सौमित्र तिवारी ने उपस्थितजनों का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर समिति की संयोजिका प्रो. डॉ. मृदुला शुक्ल अधिष्ठाता कला संकाय, एनईपी नोडल अधिकारी प्रो. डॉ. नमन दत्त अधिष्ठाता संगीत संकाय, सदस्य डॉ. लिकेश्वर वर्मा सहायक प्राध्यापक गायन विभाग, डॉ. कौस्तुभ रंजन सहायक प्राध्यापक अंग्रेजी विभाग, डॉ. छगेन्द्र उसेण्डी सहायक प्राध्यापक मूर्तिकला विभाग, डॉ. एस. मेदिनी होम्बल सहायक प्राध्यापक भरतनाट्यम विभाग तथा डॉ. दीपशिखा पटेल सहायक प्राध्यापक लोक संगीत विभाग सहित संबद्ध महाविद्यालयों के प्राचार्यगण उपस्थित रहे।

 

*विश्वविद्यालय में इस वर्ष से लागू होगा एनईपी 2020*

 

इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय में सत्र 2025–26 से राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 लागू की जायेगी। एनईपी 2020 में निहित प्रावधान के तहत विश्वविद्यालय में अध्ययन-अध्यापन हेतु पाठ्यक्रम तैयार किए गए हैं जिसके संबंध में विश्वविद्यालय में आयोजित कार्याशाला में चर्चा की गई। इस वर्ष से विद्यार्थियों को राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत भारतीय संस्कृति तथा भारतीय ज्ञान परंपरा के आधार पर विभिन्न विषयों की शिक्षा प्रदान की जायेगी जो निश्चित ही विद्यार्थियों के भविष्य के लिये मील का पत्थर साबित होगा।

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