संवैधानिक हक,अधिकारों के लिए संयुक्त मोर्चा का राज्यव्यापी विशाल धरना प्रदर्शन 11 जून को:-
खैरागढ़ – छत्तीसगढ़ अनुसूचित जाति जनजाति संयुक्त मोर्चा के तत्वाधान में अपनी प्रमुख मांगों को लेकर विशाल धरना प्रदर्शन का आयोजन आगामी 11 जून को राजधानी रायपुर में रखा गया है। इस संबंध में गोंडवाना गोंड महासभा एवं अनुसूचित जाति जनजाति संयुक्त मोर्चा के जिला अध्यक्ष संतराम छेदैया ने बताया कि बाबासाहेब आंबेडकर ने संविधान सभा भाषण में कहा था कि राजनीतिक समानता का कोई अर्थ नहीं है यदि सामाजिक और आर्थिक समानता सुनिश्चित न हो। उन्होंने लोकतांत्रिक समाजवाद की वकालत की ताकि आर्थिक असमानता काम हो और ग्रामीण अर्थव्यवस्था का विकास हो। बाबासाहेब के विचारों के क्रियान्वयन के लिए छत्तीसगढ़ राज्य आरक्षित वर्ग अधिकारी कर्मचारी फेडरेशन के प्रस्ताव पर सर्व अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति वर्ग के समाज प्रमुखों द्वारा आम सभा के निर्णय अनुसार संवैधानिक मांगों के समर्थन में राज्यव्यापी विशाल धरना प्रदर्शन राजधानी रायपुर में 11 जून 2025 को रखा गया है जिसमें प्रमुख रूप से छत्तीसगढ़ अनुसूचित जाति, जनजाति अधिकारी,कर्मचारी संघ(अजाक्स) , छत्तीसगढ़ अनुसूचित जनजाति शासकीय सेवक विकास संघ, छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत मंडल आरक्षित वर्ग अधिकारी कर्मचारी संघ एवं सोशल जस्टिस एंड लीगल फाउंडेशन छत्तीसगढ़ के संयुक्त तत्वाधान में विभिन्न अजा, अजजा सामाजिक संगठन एवं अधिकारी कर्मचारी संगठन के पदाधिकारी एवं सदस्य गण उपस्थित रहेंगे। इस अवसर पर जिला अध्यक्ष संतराम छेदैया ने सभी से अपील की है कि सभी अपनी उपस्थिति अधिकाधिक संख्या में दर्ज कर संवैधानिक जागरूकता का परिचय देने की अपील की है।
संयुक्त मोर्चा द्वारा राज्य व्यापी विशाल धरना प्रदर्शन में शासन से प्रमुख मांग :-
संयुक्त मोर्चा द्वारा राज्य का की विशाल धरना प्रदर्शन में शासन से मांग यह है, अनुसूचित जाति, जनजाति वर्गों के लिए पदोन्नति में आरक्षण नियम 5 को पुनः अधिसूचित करना एवं मान. सुप्रीम कोर्ट के अंतरिम आदेश 01.05.2023 एवं 24.02.25 को पदोन्नति में तत्काल लागू करवाना,अनुसूचित जाति, जनजाति, व पिछड़े वर्गों के बैकलाग पदों की पूर्ति के लिए विशेष भर्ती अभियान की कार्यवाही करवाना,जनसंख्या के आधार पर अजा जजा आरक्षण का निर्धारण एवं जिला व संभाग स्तरीय / स्थानीय भर्ती आरक्षण पर अधिनियम बनाने की कार्यवाही,राज्य में आरक्षित वर्गों के छात्रवृत्ति के लिए 2011 से निधारित 2.50 लाख आय सीमा को समाप्त करवाना,फर्जी जाति प्रमाण पत्र धारितों पर सेवा समाप्ति की कार्यवाही शीघ्र करवाना, जाति प्रमाण पत्र बनाने की प्रक्रिया का सरलीकरण करवाना, अनुसूचित जाति, जनजाति उपयोजना (निधियों का निर्धारण, आबंटन एवं उपयोगिता) बजट अधिनियम बनवाना,छत्तीसगढ़ लोक सेवा (अनुसूचित जाति, जनजाति एवं पिछड़े वर्गों के लिए आरक्षण) अधिनियम 1994 के प्रावधानों का शत प्रतिशत लागू करवाना,5 वीं अनुसूची क्षेत्रों की 85 विकास खंडों में स्थानीय प्रशासन का पेसा कानून के तहत् प्रभावी क्रियान्वयन करवाना इत्यादि है। इस राज्य वापी धरना प्रदर्शन में प्रमुख समाज के संगठन एवं महासभा का समर्थन प्राप्त है जिसमें प्रमुख रूप से छत्तीसगढ़ गोंडवाना गोंड महासभा, छत्तीसगढ़ प्रदेश कंवर समाज, छत्तीसगढ़ प्रदेश उरांव समाज, अखिल भारतीय हल्बा समाज,
छत्तीसगढ़ प्रगतिशील सतनामी समाज, छत्तीसगढ़ सर्व अनुसूचित जाति समाज,
छत्तीसगढ़ रविदासिया समाज, सतनाम धर्म महासभा,अखिल भारतीय बौद्ध महासभा,
छत्तीसगढ़ प्रदेश संवरा समाज प्रमुख हैं। इस अवसर पर बहादुर सिंह खुसरो शासकीय कर्मचारी संघ अध्यक्ष केसीजी, जगत जिला उपाध्यक्ष, पन्ना मांडवी जिला सचिव, साधुराम छेदैया प्रवक्ता, निजाम मंडवी, द्वारका ठाकुर, अग्रहित मंडवी ,जयपाल सोरी, रामअवतार नेताम, अनिल पुलस्त, शेर सिंह, संजीव धुर्वे, अर्जुन चंद्रवंशी, श्रीमती इंद्रा चंद्रवंशी , जंत्री मंडवी संतोष नेताम आदि उपस्थित थे।