जिम सामग्री की खरीदी, तत्कालीन पालिकाध्यक्ष से मांगा गया जवाब:-
नगरीय प्रशासन विभाग ने नोटिस भेजाः धारा 35 (क) के तहत होगी बर्खास्तगी
खैरागढ़–नगर पालिका में कथित 38 लाख के फर्जी भुगतान मामले में तत्कालीन सीएमओ कुलदीप झा को निलंबित किए जाने के बाद अब तत्कालीन पालिकाध्यक्ष शैलेन्द्र वर्मा को भी नगरीय प्रशासन विभाग ने पालिका अधिनियम की धारा 35 के के तहत कारण बताओ नोटिस भेजकर 15 दिवस में जवाब मांगा है। नगरीय प्रशासन विभाग के अवर सचिव डॉ. ऋतु वर्मा द्वारा जारी नोटिस में जवाब नहीं देने पर एकतरफा कार्यवाही किए जाने की जानकारी दी है।
उल्लेखनीय है कि हाल ही में हुए पालिकाध्यक्ष चुनाव में शैलेन्द्र वर्मा ने चुनाव के घंटे भर पहले ही कांग्रेस छोड़ भाजपा की सदस्यता लेकर भाजपा के पक्ष में मतदान किया था। जबकि खुद के अध्यक्ष रहते ही शैलेन्द्र वर्मा के कार्यकाल में अध्यक्ष और पार्षद निधि से 38 लाख रू से अधिक की जिम सामग्री खरीदी के नाम पर फर्जी भुगतान मामले की शिकायत के जांच के बाद तत्कालीन सीएमओ झा को निलंबित किया गया है।
अध्यक्ष और सीएमओ के हस्ताक्षर से जारी हुए चेक
अध्यक्ष और पार्षद निधि से जिम सामाग्री खरीदी मामले में तत्कालीन अध्यक्ष रहे शैलेन्द्र वर्मा एवं सीएमओ कुलदीप झा के हस्ताक्षर से ही संबंधित फर्म को जुलाई 23 में 17 लाख 64 हजार और 20 लाख 9 हजार रुपए के दो चेक जारी किए गए थे। मामले की शिकायत पूर्व पालिका उपाध्यक्ष रामाधार रजक ने शासन स्तर पर की थी। जांच में विभाग को जिम खरीदी संबंधित कोई भी कागजात पालिका में नही मिले। केवल केशबुक में प्रविष्ठि कर चेक से भुगतान किया गया। मामले की जांच में गडबड़ी निकलते ही नगरीय प्रशासन विभाग ने सीएमओ रहे झा को निलंबित कर दिया है। अब तत्कालीन अध्यक्ष रहे शैलेन्द्र वर्मा पर भी कार्यवाही की तलवार लटकने लगी है। मामले में फर्जी भुगतान प्रमाणित हो चुका है। ऐसे में पार्षद शैलेन्द्र वर्मा पर भी नगरपालिका अधिनियम की धारा 35 क के तहत बर्खास्तगी की तलवार लटक रही है।
कार्रवाई से बचने पार्टी बदल ली
खुद के अध्यक्ष रहते पद से इस्तीफा दिए जाने के बाद ही पालिका में अध्यक्ष का चुनाव हाल ही में संपन्न कराया गया। पालिका अध्यक्ष और कांग्रेस पार्षद की भूमिका निभाने के बाद कार्यवाही के डर से ही शैलेन्द्र वर्मा ने हाल के चुनाव में भाजपा की सदस्यता ले कर भाजपा का अध्यक्ष बनाने भूमिका निभाई। अध्यक्ष चुनाव पूर्ण होते ही विभागीय आदेश जारी होने से वर्मा की परेशानी बढ़ने वाली है। कांग्रेस ने पहले ही इस कार्यवाही से बचने के लिए शैलेन्द्र वर्मा के पार्टी बदलने की जानकारी देकर कार्यवाही रोकने का आरोप भी लगाया था।
जानकारी मिली है शिकायत करेंगे
पूर्व पार्षद और विधायक प्रतिनिधि मनराखन देवांगन ने नगरीय प्रशासन द्वारा शैलेन्द्र वर्मा को जारी नोटिस पर कहा कि जानकारी मिली है। जिम सामग्री खरीदी के भुगतान में शैलेन्द्र वर्मा की संलिप्तता प्रमाणित है। सीएमओ के निलंबन के बाद अब शैलेन्द्र वर्मा पर बर्खास्तगी की कार्यवाही नियमों के तहत होनी है। इसके दस्तावेज निकाल कर कलेक्टर से शिकायत करेंगें। सत्ता पक्ष ने कार्यवाही रोकने का प्रयास किया तो मामले में उच्च न्यायालय भी जाएगें।