बीजेपी की सरकार बनने बावजूद अवैध शराब माफियाओं का चल रहा राज : कांग्रेस नेता मनराखन
खैरागढ़ : छत्तीसगढ़ में सत्ता परिवर्तन होने बावजूद गरीब और असहाय पर जुल्म कर तानशाही रवैया रखना भाजपा सरकार की खुले आम तानशाह की स्थिति को प्रदर्शित कर रहा है, शराब दुकानों के समीप जो गरीब आदमी चखना दुकान लगाए हुए है, उनके झुग्गी झोपड़ी को उजाड़ कर बीजेपी सरकार सोचती है उन्होंने बुलडोजर चलाकर अपनी दबंगई दिखा दी है, लेकिन यह मजहज दिखावा मात्र है, ऐसा आरोप लगाते हुए कांग्रेस नेता मनराखन देवांगन ने कहा की गरीब और असहाय लोगों की रोजी रोटी छीनना और रसूखखदारो की जी हुजूरी करना तो इनके केंद्रीय नेतृत्व के गुण है जो प्रदेश में भी अब लागू हो रही है, क्या बीजेपी अपने पूर्ण शासन काल तक चखना दुकान को बंद रखेगी या फिर दिखावा मात्र कार्यवाही कर इनको हटा कर अपने रसूखदार मित्रो को इसका टेंडर देते वापस चखना दुकान संचालित करवाने मोटी रकम की उगाही करेगी,यह तो समय आने पर इनकी ओछी मानसिकता प्रदर्शित हो ही जाएगी। क्या केवल चखना दुकान हटा देने मात्र से समाज में शांति व्यवस्था बने रहेगी..? बीजेपी सरकार ने जैसे चखना दुकान बंद कर गरीब और असहाय लोगों की रोजी रोटी छीनी है,बजाय सर्वप्रथम शराब माफियाओं पर कड़ी कार्यवाही के,क्या यही इनका शासन करने का तरीका है, बीजेपी शासन होते ही अवैध शराब माफियाओं की संख्या लगातार बढ़ते नजर आ रही है।
देवांगन ने कहा की बीजेपी की आदत है गरीबों के हक की रोटी छीन रसूखदारों में बांटने की,चखना दुकानों को उजाड़ने से पहले सरकार को उन सभी परिवारों के बारे में सोचना चाहिए था जिनकी रोजी रोटी इन्होंने छीनी है,चखना दुकान संचालक तो नाम मात्र है असली गुनाहगार तो सरकार है जिन्होंने इनके लिए समुचित व्यवस्था नही की,ये वो गरीब लोग है जो करोड़ों कमा कर रसूखदारी नही करना चाहते बल्कि रोजी रोटी हेतु मजबूरन यह कार्य करते है,चखना दुकान हटाना कोई गलत नही है लेकिन उनके परिवार की रोजी रोटी चलाने वालो पर क्या बीत रही है इसका ख्याल रखना भी राज्य के मुख्या की जिम्मेदारी बनती है,इस हेतु सभी चखना दुकान लगाने वाले संचालकों की रोजी रोटी की समुचित व्यवस्था करने की मांग हम सरकार से करते है,साथ ही गरीबों को दूर करने बजाय गरीबी दूर करने अपने कदम बढ़ाए भाजपा सरकार ऐसी आग्रह करते है।