तालुक विधिक सेवा समिति खैरागढ़ में – नेशनल लोक अदालत का आयोजन कर वर्चुअल कॉन्फ्रेंसिंग और भौतिक माध्यम से प्रकरणों का निपटारा कर पक्षकारों को किया गया लाभान्वित
खैरागढ़ :-छत्तीसगढ़ राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण बिलासपुर के तत्वधान में तालुक विधिक सेवा समिति खैरागढ़ में *नेशनल लोक अदालत* का आयोजन दिनांक 16.12.2023 को किया गया जिसमें प्रकरण के पक्षकारों को भौतिक रूप से एवं वर्चुअल कांफ्रेंसिंग दोनों मुख्य माध्यम से मामले में सुलह की सुविधा प्रदान की गई। उक्त नेशनल लोक अदालत का शुभारंभ बुजुर्ग पक्षकारों द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी के तैल चित्र पर पूजा अर्चना कर की गई न्यायाधीश चन्द्र कुमार कश्यप अपर जिला एवं सत्र न्यायालय खैरागढ़ के 06 प्रकरणों को पक्षकारों से सहमति उपरांत मामले का निपटारा कर उन्हें लाभान्वित किया गया इनमें 04 दावा प्रकरणों में कुल अवार्ड राशि ₹6 लाख 15 हजार 295 रू., अदर सिविल केसेस 02 में ₹03 लाख 94 हजार 804 रू. में रु हुआ वही प्री लिटिगेशन नगर पालिका खैरागढ़ के 15 मामले में 57237 रुपए व बैंक रिकवरी 2 केस में ₹4000 में हुआ इसी प्रकार विवेक गर्ग मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट खैरागढ़ के 138 चेक बाउंस के 02 मामले में ₹44000, ट्रैफिक चालान में 192 मामलों में ₹28300 और वही कैसेस ऑफ यू/एस 321, 258 सीआरपीसी एंड ऑल अदर पेटी ऑफेंस ईटीसी बाय स्पेशल सीटिंग मजिस्ट्रेट के 58 प्रकरणों में 34000 रूपए की अवार्ड राशि पास हुआ और 20 आपराधिक मामलों में भी समझौता हुआ और गुरुप्रसाद देवांगन न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी न्यायालय में क्रिमिनल कंपाउंडेबल ऑफेंस केसेस 29 और ट्रैफिक चालान में 43 मामलों में ₹12900 और वही कैसेस ऑफ यू/एस 321, 258 सीआरपीसी एंड ऑल अदर पेटी ऑफेंस ईटीसी बाय स्पेशल सीटिंग मजिस्ट्रेट के 13 प्रकरणों में 7900 केस में अवार्ड राशि पास हुआ । राजीनामा करने हेतु तालुका विधिक सेवा समिति द्वारा प्री सिटिंग की व्यवस्था भी की गई थी जहां लोगों को आपसी सुलह से राजीनामा करने के लिए प्रेरित किया गया। इस प्रकार आज के नेशनल लोक अदालत में कुल 380 केसों का निपटारा हुआ जिसमें कुल अवार्ड 11,98,436 रुपए पारित हुआ। वहीं राजस्व न्यायालयों में प्रीति लारुकर तहसीलदार खैरागढ़ , कुल 107 मामले निराकृत किया गया। इस नेशनल लोक अदालत सफल बनाने में संपूर्ण कोर्ट स्टाफ सहित पैरालीगल वालंटियर गोलूदास साहू, छविराज, कला प्रजापति सुलहकर्ता अधिवक्ता प्रकाश सिंह राजपूत, गिरिराज ठाकुर, शत्रुघ्न वर्मा, चंद्रशेखर वर्मा ज्ञान दास, महेश साहू रामकुमार जांगड़े, मिहिर झा सूर्य दमन सिंह, विक्रम यदु , भुनेश्वर वर्मा , साबरा बानो, सुनील पांडे, सुबोध पांडे, सतीश सिंघानिया, मनोज चौबे, विवेक कुर्रे, कौशल कोसरे, नीरज झा , सर्वेश ओसवाल,नीरज झा, घम्मन साहू, मनरखन देवांगन, शत्रुघ्न वर्मा, , विवेक कुर्रे, सुरेश साहू, सत्यकला वर्मा आदि का सहयोग रहा। 5 वर्ष से भी ज्यादा समय से लंबित प्रकरण का हुआ निराकरण ज्ञात हो कि विक्रांत सिंह पिता बद्री विशाल सिंह विरुद्ध श्रीमती लताबाई पति लेलेंद्र कुमार लोधी वगैरह का प्रकरण विक्रय संविदा की प्रतिज्ञा पूर्ति एवं स्थाई निषेधाज्ञा बाबत पेश किया गया था जो की 5 वर्षों से अधिक समय से चल रहा था वह नेशनल लोक अदालत में पीठासीन अधिकारी व अधिवक्तागण के द्वारा दी गई समझाईश के फलस्वरूप दोनों पक्ष आपस में राजीनामा करने हेतु तैयार हुए और दोनों पक्ष आपस में राजीनामा कर लिया।इस प्रकार दोनों पक्ष हंसी खुशी प्रेम भाव से अपने-अपने घर को रवाना हुए। राजीनामा के माध्यम से निराकृत हुआ। इस नेशनल लोक अदालत में अवार्ड राशि पारित हुआ जिससे बेसहारों को अपनी आजीविका हेतु राशि प्राप्त हुई सहारा प्राप्त हुआ|जिससे उनका पूरा परिवार बहुत खुश हुए और आंखों से खुशियों के आंसू छलक ने लगे उनका परिवार यह सोचकर खुश हुए कि अवार्ड राशि से अब और उनकी दैनिक आवश्यकताएं भी पूरी हो पाएंगी इस पूरी प्रक्रिया के लिए तालुका विधिक सेवा समिति लोक अदालत टीम का बहुत-बहुत धन्यवाद किए और लोक अदालत को गरीबों का मसीहा बताकर पुनःअपना धन्यवाद ज्ञापित की ।