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केसीजी जिला युवक कांग्रेस अध्यक्ष गुलशन तिवारी सहित अन्य हुए गिरफ्तार.

केसीजी जिला युवक कांग्रेस अध्यक्ष गुलशन तिवारी सहित अन्य हुए गिरफ्तार.

दो साल बाद जागी पुलिस, उदयपुर पैलेस में तोड़फोड़ कर बलवा करने वालों को तड़के आज सुबह छुईखदान पुलिस ने लिया हिरासत में..
उदयपुर पैलेस : बलवा करने वाले उपद्रवियों की पहचान करने पुलिस खंगाल रही थी वीडियो फुटेज, गैर जमानती धाराओं में दर्ज हुवा था अपराध।

खैरागढ़ / छुईखदान। खैरागढ़ छुईखदान गंडई जिला के थाना छुईखदान अंतर्गत ग्राम उदयपुर में लगभग दो वर्ष पूर्व उदयपुर पैलेस के बाहर तोड़फोड़ कर उपद्रव करते हुए भारी उत्पात मचाया गया था। उक्त मामले को पुलिस ने ठंडे बस्ते में डाल दिया था। फिलहाल पुलिस के तेवर से अब ऐसा लग रहा है कि कानून को हाथ में लेने वालों को पुलिस बख्शने के मूड में नहीं दिख रही है। पुलिस ने बलवा सहित चार अलग-अलग गैर जमानती धाराओं में अज्ञात लोगों के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध किया था । जिसके चलते अचार सहिंता के बीच छुईखदान थाना के द्वारा फरार आरोपियों को तड़के आज सुबह हिरासत में ले लिया गया है।
आपको बता दें कि गिरफ्तार किए गए अभियुक्त में एक नाम जिला केसीजी युवक कांग्रेस का वर्तमान जिला अध्यक्ष गुलशन तिवारी भी है जिसकी गिरफ्तारी की जानकारी मिलते ही छुईखदान थाना के बाहर केसीजी कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं युवक कांग्रेस केसीजी के कार्यकर्ताओं का हुजूम उमड़ गया है।

पुलिस के अनुसार लगभग दो वर्ष पूर्व गुरुवार को उदयपुर पैलेस की घटना के बाद आरोपियों पर धारा 147 बलवा करना, धारा 186 सरकारी काम में बाधा पहुंचाना, धारा 353 सरकारी अधिकारी को काम करने से रोकना, धारा 323 मारपीट करना और लोक संपत्ति नुकसानी निवारण अधिनियम की धारा 3(बी) शामिल है। मामला दर्ज करने के बाद पुलिस उपद्रवियों के शिनाख्त में जुट गई थी।

पुलिस के अनुसार संदिग्धों की तैयार सूची के आधार पर कार्रवाई किया गया है। पहले उपद्रव भड़काने वालों पर शिकंजा कसा जाएगा। उसके बाद उपद्रवियों को निशाने पर लिया जाएगा। फिलहाल पुलिस वीडियो फुटेज के सहारे उपद्रवियों को पहचानने की कोशिश कर रही थी जिसमें कुछ लोगों को आज थाना लाया गया है। सूत्रों के अनुसार उपद्रवियों में उदयपुर के अलावा बाहर गांव के युवक भी शामिल थे, जिन्हें पुलिस चिन्हित कर रही है।

पुलिस ने सुरक्षा के लिहाज से पैलेस में दो जवानों की तैनाती की है, ताकि असामाजिक तत्वों द्वारा किसी भी तरह से आपत्तिजनक काम की भनक मिले तो तुरंत सूचना मिल सके। इसके अलावा पुलिस लगातार गांव में पेट्रोलिंग करती आ रही है।

*इस वजह से बना तनाव का माहौल*
उपद्रव से पहले उदयपुर पैलेस को फिर से सील करने को लेकर आर्यव्रत सिंह और विभा देवव्रत सिंह के पक्ष के बीच जुबानी जंग चल रही थी, जहां आर्यव्रत सिंह पैलेस को ताला नहीं लगाने के पक्ष में समर्थन दे रहे थे, तो विभा देवव्रत सिंह पैलेस को सील करने की बात पर अड़ी थी। तकरीबन दो घंटे तक इसी बात को लेकर दोनों पक्षों में बहस छिड़ी रही। कोई भी पक्ष समाधान के पक्ष में नहीं था और सभी अपनी-अपनी बातों पर अड़े रहे। अंतत: घंटों मशक्कत बाद दोनों पक्षों में सुलह कराया गया था।

*विभा देवव्रत सिंह की ताक में बैठे थे उपद्रवी*
राजा आर्यव्रत और विभा सिंह के पक्ष में आपसी सहमति के बाद पैलेस के मुख्य द्वार पर दोनों पक्षों का ताला लगा दिया गया। इसके बाद विभा देवव्रत सिंह पुलिस सुरक्षा में बाहर निकल ही रही थीं की विभा सिंह को बाहर निकालने पुलिस की आजमाईश देख पब्लिक भड़क उठी। आपाधापी के बीच समर्थकों और पुलिस में कहा-सुनी हो गई। मामला बढ़ा और उपद्रव शुरू हो गया।

इस दौरान कड़ी मशक्कत के बाद हंगामा शांत हुआ, लेकिन पता चला कि विभा देवव्रत सिंह की ताक में पुरुषों के अलावा महिलाओं ने भी मोर्चा संभाल रखा था। पुरुष अंडे लेकर खड़े थे। वहीं महिलाएं गोबर लेकर विभा सिंह के बाहर निकलने की राह ताक रही थीं।

*बच्चों को उदयपुर में ठहराने की जिद*
दिवंगत राजा देवव्रत सिंह के उदयपुर पैलेस का ताला खोलने से पहले दोनों पक्षों में घंटों तकरार चलती रही। दोनों पक्ष ताला खुलने के बाद की स्थिति को लेकर अपनी-अपनी मंशा जाहिर कर रहे थे। लंबे इंतजार और मुख्य द्वार की पूजा-अर्चना के बाद राजा आर्यव्रत सिंह ने ताला खोला, लेकिन कार्रवाई पूरी होने के बाद पैलेस में फिर से ताला जड़ा जा रहा था। समर्थकों ने इस बात पर आपत्ति दर्ज की। उनका कहना था कि राजा और राजकुमारी उदयपुर पैलेस में ही रहेंगे।

राजा के भाषण के बाद भड़की भीड़
उदयपुर पैलेस के बाहर समर्थकों के गुस्से पर राजा आर्यव्रत सिंह का भाषण घी का काम कर गया। राजा का भाषण सुनने के बाद उपद्रवियों का गुस्सा सातवें आसमान पर चले गया। राजा आर्यव्रत ने कहा कि जब तक दरवाजा और लॉकर का ताला नहीं खुलेगा, तब तक नहीं जाऊंगा। मैं जनता के साथ हूं, जनता के खिलाफ कभी नहीं जाऊंगा, हम जनता के लिए जीने मरने को तैयार है
अगर जनता चाहती है ताला खुले और राजा यहीं रहे तो वही होगा। राजा के इतना बोलते ही समर्थकों के गुस्से को बल मिल गया।

सात गाड़ियों में तोड़फोड़
गरुवार की रात उदयपुर पैलेस के बाहर उपद्रवियों ने जमकर उत्पात मचाया। पैलेस के सामने सड़क किनारे रखी गाड़ियों पर गुस्सा उतारा। नाराज समर्थकों के साथ उपद्रवियों ने एक के बाद एक सात गाड़ियों को निशाना बनाया। जिसमें मेन टारगेट विभा सिंह की इनोवा, उनके वकील की टीयूवी और पुलिस की गाड़ी थी, लेकिन पथराव में देवव्रत सिंह के बहन और बहनोई की गाड़ी भी सलामत नहीं रही। पथराव में गाड़ियों के सामने हिस्से का विंडस्क्रीन पूरी तरह चकनाचूर हो गया।

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