कलेक्टर ने ली जिला सहकारी विकास समिति की प्रथम बैठक
“सहकारी समितियों में उचित मूल्य पर सामग्रियाँ उपलब्ध है, नागरिक लाभ उठाएं”-कलेक्टर
बैठक समिति के आधुनिकीकरण, जन औषधि केन्द्र और चॉइस सेन्टर की स्थापना आदि पर हुई चर्चा
खैरागढ़, 08 अगस्त 2023/ कलेक्टर गोपाल वर्मा की अध्यक्षता में कलेक्टोरेट के सभागार में जिला सहकारी विकास समिति की प्रथम बैठक आयोजित की गई। बैठक में प्राथमिक कृषि सहकारी समिति के आधुनिकीकरण, जन औषधि केन्द्र और चॉइस सेन्टर की स्थापना सहित अन्य विषयों पर चर्चा कर निर्णय लिया गया।
“सहकारी समितियों में उचित मूल्य पर सामग्रियाँ उपलब्ध है, नागरिक लाभ उठाएं”-कलेक्टर
कलेक्टर गोपाल वर्मा ने बैठक में निर्देशित किया कि सहकारी समितियों में उचित मूल्य पर सामग्रियाँ उपलब्ध है, नागरिक लाभ उठाएं। चर्चा के दौरान कलेक्टर महोदय द्वारा प्रथमिक सेवा सहकारी समितियों में शेष बचे समिति में प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केन्द्र खोले जाने, प्रधानमंत्री जन औषधी केन्द्र एवं लोक सेवा केन्द्र स्थापित किए जाने का निर्देश दिया गया। इसके साथ जिले में प्राथमिक कृषि सहकारी समिति के आधुनिकीकरण, जन औषधि केन्द्र की स्थापना, प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केन्द्र की स्थापना, प्राथमिक कृषि सहकारी समिति को सामान्य सेवा केन्द्र के रूप में विकसित करने, अनाज संग्रहण भण्डार की स्थापना के संबंध में चर्चा कर कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए।
बैठक में अपर कलेक्टर डी. एस. राजपूत, उप पंजीयक सहकारिता रघुराज सिंह, उप संचालक कृषि राजकुमार सोलंकी, नोडल दिलीप कुर्रे, आलोक शर्मा, भुनेश्वर चेलक सहित पशुपालन, मत्स्य और चिकित्सा विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।
भारत सरकार के सहकारिता मंत्रालय नई दिल्ली एवं छत्तीसगढ़ शासन के निर्देशानुसार प्रदेश में सहकारिता अन्दोलन मजबूत करने एवं जमीनी स्तर में पकड़ बनाने के लिए राज्य सरकार द्वारा राज्य स्तरीय जिला सहकारी विकास समिति का गठन किया गया है। बैठक में कलेक्टर व जिला सहकारी विकास समिति के सदस्यों के उपस्थिति में बिन्दुवार चर्चा कर निर्णय लिया गया। इसमें प्राथमिक सेवा सहकारी समितियों में नवीनतम उपविधि (मॉडल बायलाज) लागू करवाना, समितियों को कम्प्यूटरीकृत करना। समितियों में लोक सेवा केन्द्र की स्थापना, विकेन्द्रीकृत अनाज संग्रहण केन्द्र की स्थापना, LPG वितरण एवं पेट्रोल / डीजल पम्प स्थापित करवाना, प्रधानमंत्री जन औषधी केन्द्र की स्थापना करवाना। इसके साथ प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केन्द्र (थोक खाद वितर के रूप में उन्नत करना, किसान उत्पादक संगठक (FPO) पंजीकृत करवाना, दुग्ध उत्पादन एवं मत्स्य सहकारी समिति का पंजीयन करना आदि विषयों पर विस्तार पूर्वक चर्चा किया गया।