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खैरागढ़::मुल्क के अमन चैन की दुआ के साथ हर्षोल्लासपूर्वक मनाई गई ईद

मुल्क के अमन चैन की दुआ के साथ हर्षोल्लासपूर्वक मनाई गई ईद


00 सुबह 8.30 बजे खैरागढ़ मुस्लिम समाज ने ईद की नमाज़ अता की
00 त्यौहार को लेकर नौनिहालों से लेकर बड़े बुजुर्गों में खासा उत्साह नज़र आया
00 व्यवस्था बनाये रखने में पुलिस प्रशासन का सहयोग भी सराहनीय रहा

खैरागढ़. हमेशा की तरह परम्परानुसार खैरागढ़ मुस्लिम समाज ने जश्रे ईद-ऊल-फितर का मुबारक त्यौहार हर्षोल्लास के साथ मनाया. स्थानीय दाऊचौरा स्थित ईदगाह की पाक सरजमीं पर शनिवार 22 अप्रैल को सुबह 8.30 बजे मुस्लिम भाईयों को जामा मस्जिद के पेश ईमाम हाफ़िज़ कारी मोईनुद्दीन ने परंम्परानुसार ईद की पाक नमाज अता करवाई. गौरतलब हैं कि शुक्रवार की रात चांद की तस्दीक के बाद शनिवार को ईद का मुबारक त्यौहार जोशोजश्न के साथ मनाया गया. ईदगाह में पेश इमाम साहब ने तकरीर की उसके बाद नमाजे ईदुलफितर मुस्लिम रवायत के मुताबिक अता की गई जिसके बाद ईद-ऊल-फितर का विशेष खुदबा पढ़ा गया व आखिर में सलातो-सलाम पढ़कर वतन के अमन, चैन व खुशहाली के साथ सभी की सलामती की दुआ मांगी गई. दुआ के बाद मुसलमान भाईयों ने एक दूसरे को गले लगाकर ईद की मुबारक दी और कब्रिस्तान पहुंचकर अपने मरहुमो के ईसाले शवाब के लिये फातिहा पढ़ी. इसके बाद नगर में दिनभर मुसलमान भाई एक दूसरे के घर जाकर मुबारकबाद देते रहे और सेवई-खीर तस्कीम का सिलसिला चलता रहा.

ईस्लाम धर्म की मान्यता अनुसार बेहद खास और पवित्र महीना माना गया है रमज़ान

गौरतलब हैं कि ईस्लाम धर्म की मान्यता अनुसार मुसलमानो के लिये बेहद खास एवं पाक महीने रमजान में मुसलमानो पर एक माह तक रोजे रखने, कुरान की तिलावत करने, तरावीह सुनने और कसरत से खुदा की इबादत करना व जक़ात निकालना फर्ज और सुन्नत माना गया हैं और आखिरी रोजे के मुकम्मल होने के बाद चांद का दीदार कर जश्रे ईद मनाई जाती हैं. माना जाता हैं कि खुदा ने मुसलमानो पर खुद (स्वयं) का फितरा निकालना वाजिब फरमाया हैं, इसलिये ईद को ईदुलफितर कहा जाता हैं. ईदगाह में नगर के साथ ही आसपास व दूरदराज के वनांचल से मुसलमान भाईयों ने शिरकत की और त्यौहार को लेकर इस दौरान नौनिहालों से लेकर बड़े बुजुर्गों में खासा उत्साह नज़र आया. नमाज के दौरान ईदगाह परिसर के नज़दीक व्यवस्था बनाये रखने में पुलिस प्रशासन का सहयोग भी सराहनीय रहा. इस दौरान दिनभर मुसलमान भाई एक दूसरे को जश्ने ईद की मुबारकबाद देते रहे. इस अवसर पर नगर पालिका उपाध्यक्ष व मुस्लिम जमात जामा मस्जिद के पूर्व सदर अब्दुल रज्जाक खान, हाफ़िज़ मोहिब्बुल हक़, हाफिज जियाउल हक़, वर्तमान जामा मस्जिद सदर अरशद हुसैन, हाजी असगर अली, हाजी उस्मान खान, हाजी नासिर मेमन, हाज़ी अलीम मेमन, हाज़ी तनवीर मेमन, हाजी ईमरान मेमन, हाजी मोहसिन अली, कोषाध्यक्ष मो. इदरीस खान, कासिम खान, इकरा फाउंडेशन के अध्यक्ष खलील कुरैशी, जामा मस्जिद के नायब सदर जफर हुसैन खान, शमसुल होदा खान, जफ़र उल्लाह खान, जहीन खान, मो. याहिया नियाज़ी, फारुख मेमन, सलाम खान, जाकिर अली, मतीन अशरफ, सोहैल अशरफ, अय्यूब अली, जाकिर हुसैन, जमीर अहमद खान, रियाजुद्दीन कुरैशी, जमील मेमन, जाहिद अली, जामा मस्जिद कमेटी के सचिव सैय्यद अल्ताफ अली, जुनैद खान, समीर कुरैशी, अय्यूब सोलंकी, सैय्यद शौकत अली, नदीम मेमन, सोहैल खान, राजा सोलंकी सहित थाना प्रभारी राजेश देवदास, एसआई बीरेंद्र चंद्राकर व आरक्षक डूलेश्वर सहित बड़ी संख्या में मुस्लिम जमात के लोग उपस्थित थे

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