प्रदेश के लाखो बच्चो के भविष्य से हो रहा खिलवाड़
स्थानीय – प्रदेश के शिक्षकों का चल रहे अनिश्चित कालीन हड़ताल के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री की प्रशासनिक क्षमता में कमी को उजागर करती है , बहुजन समाज पार्टी के खैरागढ़ जिला सचिव कृष्ण कुमार सोनी ने प्रदेश के मुख्यमंत्री से इस बाबत नौतिक जिम्मेदारी लेते हुए स्तीफा देने की बात कही है , श्री सोनी ने कहा की दो साल बच्चो की पढाई कोरोना की चपेट में था जैसे तैसे पढाई शुरू हुई की प्रदेश भर के शिक्षक हड़ताल में चले गए ऐसे में बच्चो के भविष्य का क्या होगा , अच्छी शिक्षा का दम भरने वाली प्रदेश सरकार की प्रदेश के बच्चो को अच्छी शिक्षा उपलब्ध कराने का दावा मात्र कागजो तक की सिमट कर रह गया है , प्रदेश के मुखिया बच्चो को अच्छी शिक्षा उपलब्ध कराने में नाकाम साबित हो रही है शिक्षक जब चाहे हड़ताल में चले जाते है ऐसे में इनपर क्या कार्यवाही की जाती है कुछ नहीं वैसे भी स्कूल शिक्षा विभाग में कार्यरत शिक्षको की बात करे तो साल भर में मात्र 173 दिन काम करते है और वेतन पूरा 365 दिनों का मिलता है ये जनता की कमाई का हिस्सा है जिनके बच्चो को उचित शिक्षा तक नहीं मिल पा रही है ऐसे में इन शिक्षकों को बर्खास्त करना लाजमी होगा प्रदेश के मुख्यंमत्री त्वरित एक्शन लेवे या तो इनको बर्खास्त करे या इनकी मांग पुरी करे क्योकि इनके हड़ताल से नेता , उपनेता , मंत्री , विधायक या फिर सरकारी विभाग में कार्यरत किसी भी कर्मचारी के बच्चो की पढाई प्रभावित नहीं हो रही है , परेशां तो गरीब मजदुर किसान के बच्चे है , जो हड़ताल में बैठकर अपनी वेतन बढ़ने की मांग कर रहे है उनके खुद के बच्चे बड़े बड़े निजी स्कूलों में पढ़ रहे है इसलिए वो जब मन लगे अपनी जायज या असंवैधानिक मांगो को लेकर अनिश्चत कालीन हड़ताल पर चले जाते है