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अरे अन्नदाता की कोई तो सुनो! नए जिला खैरागढ़ के विधुत विभाग लगवा रहे अन्नदाता को कई चक्कर।


➖किसानों से 200 रुपये की रशीद कटवा ली , अब दो वर्ष बीतने को है ।➖अमलीपारा विधुत कार्यलय क्षेत्र अन्तर्गत ग्राम के किसान कर रहे कृषि कनेक्शन का अभी तक इंतजार ,
➖कृषि विद्युत कनेक्शन–किसानों को डिमांड नोटिस जारी कर राशि जमा करवाई,अब एक वर्ष से कृषि कनेक्शन का इंतजार।

खैरागढ़। कृषि बाहुल्य नवनिर्मित खैरागढ़ जिले के किसानों को कृषि विद्युत कनेक्शन के लिए अमलीपारा के विधुत विभाग के अशिकारी कर्मचारी पिछले एक वर्ष से कार्यालय के चक्कर लगवा रहे हैं। जिनमें पहले डिमांड नोटिस जारी भी किया गया था । कई किसान दो सौ का एलटी रशीद भी कटवा चुके हैं। जबकि अभी तक किसानों के कृषि विद्युत कनेक्शन नहीं हो पाया है। किसान खैरागढ़ विद्युत विभाग तहसील व मुख्यालय के ऑफिस के चक्कर पर चक्कर लगा रहा है। जहां पर विभाग के अधिकारी किसानों को आश्वासन की ऐसी घुट्टी पिला कर टाल मटोल कर नियम एवं कायदों का हवाला देकर भेज देते हैं। अधिकारियों का तर्क है कि पहले कोरोना संक्रमण की वजह से कृषि कनेक्शन के लिए सामग्री की सप्लाई नहीं हो पाई जबकि अब विद्युत कृषि कनेक्शन के लिए सामग्री की सप्लाई मांग की तुलना में कम आ रही है। टेंडर होगा उसके बाद ही कुछ कहा जायेगा । हम नियमतः विधुत कनेक्शन का लाभ किसानों को पहुंचा रहे हैं। इस कारण कृषि कनेक्शन जारी करने की रफ्तार बहुत ज्यादा धीमी चल रही है।
कारण कुछ भी हो लेकिन इस इलाके का धरतीपुत्र फिलहाल वर्तमान में काफी परेशान है। उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ राज्य सरकार जहाँ अपने आपको किसानों की हितैसी बताती है वहीं विधुत विभाग के अधिकारी कर्मचारी किसानों के साथ इस तरह से घुमाने फिराने का व्यवहार कर रहे हैं।

इलाके का किसान सिंचाई और ट्यूबवैल , कृषि विद्युत कनेक्शन लेने के लिए कार्यलय में फाइल पे फाइल लगाकर अब कृषि कनेक्शन का एक वर्ष से भी ज्यादा तक इंतजार कर रहा है। किंतु अमलीपारा विधुत कार्यलय में बैठे एआई और जेई किसानों की सैकड़ों फाइलें जमा कर उसे धूल चंटवा रहे हैं। जहां पर अभी तक कई किसानों के कार्य अपूर्ण है या इनकी फाइलें गम हो गयी है। सूत्रों की मानें तो कई किसानों के डिमांड नोटिस जारी भी हो चुके हैं जबकि इनके अभी तक कृषि विद्युत कनेक्शन नहीं लग पा रहे हैं।
एक किसान ने नाम न छापने के शर्त पर हमें बताया कि अमलीपारा विधुत विभाग के अधिकारी कर्मचारी बिना पैसे लिए कोई काम नहीं करते हैं। यहाँ पर सारा काम दलालों के माध्यम से चल रहा है । इनके कमीशनखोरी के कारोबार में सभी सनलिप्त है । विधुत विभाग का पूरा महकमा इस खेल को अंजाम दे रहा है।
शेष आगे अंक में ……पढ़ते रहिये सरस्वती संकेत न्यूज़

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