◆ मुख्यमंत्री तक को दे चुके है आवेदन, स्थल निरीक्षण भी हो चुका है
◆ कई सालो से मांग है महाविद्यालय का
खैरागढ़ !स्थानीय बाजार अतरिया में लंबे अरसे से महाविद्यालय की मांग की जा रही है वही 15 साल की बीजेपी सरकार ने भी बाजार अतरिया में महाविद्यालय नहीं खुलवा पाई वही सत्ता सरकार कांग्रेस की आने के बाद लोगों की कुछ उम्मीदें महाविद्यालय खोलने को लेकर जगी थी लेकिन कांग्रेस सरकार की भी 3 साल गुजर जाने के बावजूद भी अभी तक बाजार अतरिया में महाविद्यालय की मांग पूरा नहीं हो पाई है वहीं कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने अपने विधानसभा क्षेत्र में चुनाव प्रचार के दौरान दुर्ग जिले के धमधा ब्लाक के पेंड्रावन में महाविद्यालय खोलने की घोषणा की गई थी जो आज वहां सुचारु रुप से महाविद्यालय संचालित हो रही है खैरागढ़ विधानसभा के अंतर्गत आने वाले बाजार अतरिया को हमेशा ही विकास से कोसों दूर रखा गया है हमेशा जिले के अंतिम छोर में बसे बाजार अतरिया को विकास के नाम पर उपेक्षा ही मिलती है वही दिवंगत विधायक स्व. देवव्रत सिंह के के निधन के बाद खाली हुई खैरागढ़ विधानसभा सीट में चुनाव होना है जिसको लेकर बाजार अतरिया के युवाओं में काफी नाराजगी देखने को मिल रही है जिसका प्रमुख कारण है कि बाजार अतरिया में महाविद्यालय नहीं खुल पाना बाजार सहित आसपास के युवाओं ने खैरागढ़ विधानसभा उपचुनाव का बहिष्कार करते हुए जब तक बाजार अतरिया में महाविद्यालय की मांग पूरी नहीं होती है तब तक मतदान नहीं करने का फैसला लिया गया है हम पाठकों को बता दें कि छत्तीसगढ़ के हाई प्रोफाइल सीट माने जाने वाला खैरागढ़ विधानसभा के अंतर्गत आने वाले बाजार अतरिया एक बड़ा जंक्शन के रूप में जाना जाता है लोगों की निगाहें यही टिकी होती है उसके बावजूद भी अगर हम विकास की बात करें तो कोसों दूर है।
◆सोशल मीडिया में जमकर हो रहा वायरल
बाजार अतरिया सहित आसपास के गांव के युवाओं में इन दिनों बाजार अतरिया में महाविद्यालय खोलने की मांग को लेकर खैरागढ़ विधानसभा उपचुनाव का बहिष्कार का चर्चा खूब तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है वही हम पाठकों को बता दें कि युवाओं में पूर्व में बीजेपी सरकार एवं वर्तमान में कांग्रेसी सरकार के ऊपर जमकर भड़के हुए हैं और युवाओं का कहना है कि सिर्फ चुनावी समय में बाजार अतरिया की याद आती है और लालच और लुभावने बातें कह कर चली जाती है लेकिन कई दशकों से चली आ रही महाविद्यालय की मांग को लेकर किसी के कानों में अभी तक जूं तक नहीं रेंगी है।
◆जनप्रतिनिधियों की उदासीनता के चलते मांग लटकी
खैरागढ़ विधानसभा उपचुनाव को लेकर आचार संहिता लगते ही बाजार अतरिया सहित खैरागढ़ विधानसभा क्षेत्र के जनप्रतिनिधि चुनावी मैदान में उतर गए हैं लगातार जनसंपर्क कर लोगों के बीच पहुंच रहे हैं लेकिन दशकों से बाजार अतरिया में मांग चली आ रही महाविद्यालय को लेकर सिर्फ और सिर्फ जनप्रतिनिधियों की उदासीनता के चलते महाविद्यालय की मांग अभी तक लटकी हुई है। वहीं क्षेत्र सहित खैरागढ़ विधानसभा के जनप्रतिनिधियों की उदासीनता के चलते महाविद्यालय की मांग लंबे समय से अटकी हुई है।
◆इसलिए जरूरी है महाविद्यालय
हम पाठकों को बता दें कि बाजार अतरिया से लगभग चारो दिशा में 20 से 30 किलोमीटर की दूरी तय कर युवक-युवतियों को महाविद्यालय की पढ़ाई करने के लिए जाना पड़ता है वही बेटियों को दूरी अधिक होने के चलते पालक आगे की शिक्षा से वंचित कर देते हैं ऐसे में बाजार अतरिया में महाविद्यालय की मांग व महाविद्यालय खुलती है तो बालिकाओं के लिए वरदान साबित होगा हाल ही में बाजार अतरिया हाई स्कूल से सैकड़ों की जनसंख्या में 12वीं पास होकर महाविद्यालय की पढ़ाई के लिए 20 से 30 किलोमीटर दूरी तय कर खैरागढ़, छुईखदान, धमधा, राजनांदगांव एवं दुर्ग जाने के लिए मजबूर है।
◆क्या कहना है स्थानीय युवाओ का ?
“कई वर्षों से हम युवाओं द्वारा कॉलेज की मांग रही है लेकिन अभी तक सिर्फ आश्वासन मिलता आया है अब फिर से चुनाव का समय आ गया है प्रत्याशी सिर्फ लुभावने बातें कर चली जाएगी चुनाव जीत कर भूल जाएंगे जब तक कॉलेज की मांग पूरी नहीं होती है तब तक मतदान नहीं करेंगे।”
ओम उपाध्याय कॉलेज छात्र
“चुनाव के दौरान नेता वोट पाने के लिए अनेक दावे करते हैं, लेकिन चुनाव पश्चात कोई भी राजनैतिक दल क्षेत्र के विकास के लिए किए गए वायदों पर खरा नहीं उतरता है। इस दौरान अतरिया क्षेत्र के युवाओं ने नवीन महाविद्यालय खोलने की मांग पूरी न होने पर आगामी चुनाव बहिष्कार करने का मन बनाया है।”
जागेंद्र मानिकपुरी कालेज छात्र
“महाविद्यालय के मांग को लेकर लगातार क्षेत्र के जनप्रतिनिधि व शासन द्वारा नजरअंदाज किया जा रहा है लगातार क्षेत्र के जनप्रतिनिधि सहित सीएम को ज्ञापन दिया गया है जो की उनके संज्ञान में है बावजूद हम युवाओं के भविष्य के साथ सिर्फ और सिर्फ खिलवाड़ किया जा रहा है।”
नितेश उपाध्याय कॉलेज छात्र