- चैत्र नवरात्रि पर्व में मां बम्लेश्वरी के दर्शन के लिए सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के दिए निर्देश
- बैठक में मंदिर ट्रस्ट, समाजसेवी, सेवा पंडाल के पदाधिकारी, पुलिस प्रशासन तथा संबंधित विभागों के अधिकारी हुए शामिल
कलेक्टर श्री तारन प्रकाश सिन्हा ने जिले के धर्मनगरी डोंगरगढ़ के मां बम्लेश्वरी मंदिर में 2 अप्रैल से प्रारंभ होने वाली चैत्र नवरात्रि पर्व की तैयारी, सुचारू संचालन तथा निर्विघ्न समापन के संबंध में कलेक्टोरेट सभाकक्ष में मंदिर ट्रस्ट, समाजसेवी, सेवा पंडाल के पदाधिकारी, पुलिस प्रशासन तथा संबंधित विभागों की बैठक ली। उन्होंने मां बम्लेश्वरी के दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं को जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराने एवं मेले के सफलतापूर्वक आयोजन के लिए सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। कलेक्टर श्री सिन्हा ने कहा कि मां बम्लेश्वरी की कृपा से कोविड-19 संक्रमण के बाद इस वर्ष नवरात्र पर्व उत्साह से मनाया जाएगा। मां बम्लेश्वरी मंदिर में दर्शन करने बड़ी संख्या में श्रद्धालु आने की संभावना है। इसे ध्यान में रखते हुए तैयारी सुनिश्चित की जाए। उन्होंने गर्मी के मौसम को ध्यान में रखते हुए पेयजल तथा फायर ब्रिगेड वाहन पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। इसके लिए मॉकड्रील भी करें।
कलेक्टर श्री सिन्हा ने कहा कि जिला व पुलिस प्रशासन, मंदिर समिति, समाजसेवियों एवं आयोजन से जुड़े सभी लोगों का यह प्रयास होनी चाहिए कि मेले के दौरान माता के दर्शन हेतु आने वाले सभी श्रद्धालुओं को आवश्यक सुविधा मुहैया करायी जाय। उन्होंने कहा कि डोंगरगढ़ आने वाले श्रद्धालुओं एवं पदयात्रियों को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े। इसके लिए उन्होंने जरूरी उपाय एवं व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने कहा। उन्होंने चैत्र नवरात्रि पर्व में दुर्घटना रहित मेला आयोजन की लक्ष्य की जानकारी देते हुए पुलिस विभाग के अधिकारियों को इसके लिए पुख्ता उपाय करने के निर्देश दिए। इसके लिए पुलिस अधिकारियों को सुरक्षा की चाक-चौबंध व्यवस्था करने के अलावा मेला स्थल के लिए निर्धारित मार्गों में वाहनों की गति भी निर्धारित कराने कहा। उन्होंने मार्ग में पर्याप्त मात्रा में संकेतक व अस्थायी बे्रकर लगाने एवं दुर्घटना जोनों को भी चिन्हित करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने मंदिर परिसर डोंगरगढ़ में माता के दर्शन हेतु ऊपर एवं नीचे मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ को सुरक्षित ढंग से नियंत्रित करने का भी उचित उपाय करने के निर्देश दिए। इसके लिए उन्होंने ऊपर मंदिर जाने वाले निचले सीढ़ी से लेकर आवश्यक स्थानों पर बेरिकेटिंग्स आदि की व्यवस्था कराने कहा। गर्मी की मौसम को देखते हुए पंडाल, शुद्ध एवं शीतल पेयजल, ओआरएस आदि की भी प्रबंध करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर श्री सिन्हा ने मेले के दौरान दर्शनार्थियों एवं डोंगरगढ़ में रूकने वाले लोगों को शुद्ध एवं ताजा भोजन, नाश्ता आदि मिल सके इसके लिए उन्होंने एसडीएम डोंगरगढ़ एवं मुख्य नगर पालिका अधिकारी डोंगरगढ़ को जरूरी उपाय सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने कहा कि किसी भी स्थिति में लोगों को बासी भोजन तथा नाश्ता नहीं मिलना चाहिए। इसके लिए उन्होंने क्वालिटि इंस्पेक्टर की भी ड्यूटी लगाने को कहा। उन्होंने मंदिर परिसर के आस-पास एवं डोंगरगढ़ मेें भी साफ-सफाई की समुचित व्यवस्था कराने को कहा। उन्होंने रोपवे के मेन्टेनेंस आदि की स्थिति की भी समीक्षा की। उन्होंने कहा कि किसी भी स्थिति में रोपवे में ओवर लोडिंग एवं किसी प्रकार की दुर्घटना नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पदयात्री मार्गों में पेयजल एवं शौचालय आदि की समुचित प्रबंध करें। कार्यपालन अभियंता लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को पेयजल व्यवस्था की पुख्ता इंतजाम करने करने कहा। पदयात्री मार्ग एवं डोंगरगढ़ मंदिर पसिर में प्रकाश आदि की व्यवस्था एवं पर्याप्त मात्रा में डस्टबीन लगाने के निर्देश दिए। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को पदयात्री मार्ग एवं मेला स्थल में पर्याप्त मात्रा में चिकित्सकीय अमले की तैनातगी तथा ग्लूकोज, ओआरएस आदि की समुचित उपलब्धता सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए।
कलेक्टर श्री सिन्हा ने कहा कि मंदिर परिसर के आस-पास के दुकानों में शराब, गांजा आदि मादक पदार्थों की बिक्री बिल्कुल भी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसा करते पाए जाने पर संबंधित दुकानदार के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। बैठक में पुलिस प्रशासन एवं अधिकारियों के अलावा मंदिर समिति के सदस्यों ने भी अपना सुझाव दिए। इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ श्री लोकेश चंद्राकर, अपर कलेक्टर श्री सीएल मारकण्डेय, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री जयप्रकाश बढई, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री संजय महादेवा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक यातायात श्री गजेन्द्र सिंह, मंदिर ट्रस्ट के पदाधिकारी एवं समाजसेवी, सेवा मंडाल के सदस्य सहित अन्य अन्य अधिकारी उपस्थित थे।