स्वामी आत्मानंद कन्या शाला में भावभीनी विदाई: शिक्षकों को मिली नई सामाजिक भूमिका निभाने की प्रेरणा
खैरागढ़ 00 स्वामी आत्मानंद शासकीय उत्कृष्ट कन्या विद्यालय, खैरागढ़ में शुक्रवार को एक भावुक और प्रेरणादायक वातावरण के बीच तीन वरिष्ठ शिक्षिकाओं को सेवानिवृत्ति के अवसर पर सम्मानपूर्वक विदाई दी गई। वर्षों तक निष्ठापूर्वक सेवा देने वाली वरिष्ठ व्याख्याता तारा सिंह, व्याख्याता शीला सिंह, और माध्यमिक शाला की प्रधान पाठिका सीता शुक्ला को संस्था परिवार द्वारा शॉल, श्रीफल व स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर आयोजित समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में सांसद प्रतिनिधि एवं भारतीय रेडक्रॉस सोसायटी के जिला उपाध्यक्ष श्री भागवत शरण सिंह उपस्थित रहे। अपने उद्बोधन में उन्होंने कहा—
“शिक्षक केवल कक्षा में शिक्षा देने तक सीमित नहीं होते, बल्कि वे समाज के मूल निर्माता होते हैं। उनकी भूमिका सेवानिवृत्ति के बाद और भी व्यापक हो सकती है। वे समाज को दिशा देने, मूल्यों को संप्रेषित करने और नागरिक चेतना को जागृत करने में अहम भूमिका निभा सकते हैं।”
उन्होंने कहा कि आज का समाज अधिकारों के प्रति सजग हो गया है लेकिन अपने कर्तव्यों के प्रति उतनी ही जागरूकता जरूरी है। ऐसे में शिक्षकों की भूमिका और अधिक महत्वपूर्ण हो जाती है। उन्होंने सेवानिवृत्त शिक्षकों से निवेदन किया कि वे अपने अनुभवों का लाभ समाज को देते रहें और नई पीढ़ी को नैतिक, शैक्षिक व सामाजिक दृष्टि से समृद्ध करें।
विद्यालय के प्राचार्य डॉ. कमलेश्वर सिंह ने अपने उद्बोधन में तीनों ही शिक्षिकाओं के सेवाकाल की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने न केवल शैक्षिक कार्यों में योगदान दिया बल्कि अनुशासन, स्नेह, नैतिकता और सेवा भाव से छात्रों के जीवन को आकार भी दिया।
विदाई ले रहीं शिक्षिकाओं में से व्याख्याता शीला सिंह ने भावुक स्वर में कहा,
“हम भले सेवा निवृत्त हो रहे हैं, लेकिन शिक्षा और समाज सेवा से हमारा जुड़ाव कभी समाप्त नहीं होगा। यह विद्यालय हमारे जीवन का अहम हिस्सा रहा है और आगे भी इसके सुदृढ़ीकरण में हम अपना योगदान देते रहेंगे।”
इस भावभीनी विदाई समारोह में बीआरसी सुजीत चौहान, कन्हैया पटेल, विभाष पाठक, गुंजन सिंह, गिरवर कोसरे, विनीता सिंह, स्पृहा सिंह, नेहा सिंह, रेशु कुमार साहू, राजकुमार, किशोर यादव, खुम वर्मा, तृप्ति दसारिया, उत्तरा साहू, सरोज बाला साहू, करण साहू, रिया जैन, नलिनी साहू, आशीष वर्मा, सीमा वर्मा, रजनी कश्यप, प्रशांत नेताम, ललित पात्रे, पुष्पेंद्र साहू, सुधीर मिश्रा, प्रदीप ठाकुर सहित कई शिक्षक-शिक्षिकाएं उपस्थित रहे।
अंग्रेजी माध्यम के शिक्षकों में सुश्री मेधा उपाध्याय, निलय दास, प्रज्ञा, आशीष, अमीषा, देवांगन, मनोज पटेल, प्रांजल, अनुज राव, रश्मि नेताम, प्रियंका साहू, अंकिता ठाकुर आदि ने भी सहभागिता दी।
कार्यक्रम का सफल संचालन दुर्गेश चंद्र वर्मा और केशव साहू ने किया। समारोह के अंत में वरिष्ठ व्याख्याता कुणाल टंडन ने सभी अतिथियों, शिक्षकों और विद्यार्थियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह क्षण केवल विदाई का नहीं, बल्कि योगदान को श्रद्धा से स्वीकार करने का है।