बाबा घासीदास ने भाईचारे का संदेश दिया, सत्य की राह पर चलना ही बाबा की सच्ची पूजा है : मनराखन देवांगन
खैरागढ़ : खैरागढ़ के समिप ग्राम दिलीपपुर मे सतनामी समाज द्वारा गुरु घासीदास जयंती 20 दिसंबर शुक्रवार को धूम-धाम व उत्साह के साथ विधायक प्रतिनिधि मनराखन देवांगन के मुख्य आथित्य में मनाया गया. कार्यक्रम मे अध्यक्षता जिला पंचायत सभापति विप्लव साहू ने किया वही विशिष्ट अतिथि बतौर सरपंच श्रीमती सीता वर्मा, अरुण भारद्वाज, बहादुर कुर्रे, जेठू मारकंडे, कोमल वर्मा मौजूद थे.
सर्वप्रथम बाबा घासीदास के तैल-चित्र व जैतखाम का पूजा अर्चना किया गया तथा पंथी नृत्य के संगीत में गाने के साथ मुख्य अतिथि मनराखन देवांगन ने पाला चढ़ाया. अतिथियों का समाज के पदाधिकारीयों ने फूल माला से अभिनंदन स्वागत किया बड़ी संख्या में उपस्थित लोगों को मुख्य अतिथि श्री देवांगन ने संबोधित करते हुए कहा कि गुरु घासीदास बाबा केवल सतनामी समाज ही नहीं बल्कि सभी समाज की पूजनीय है बाबा के संदेश का अनुसरण करना व सत्य बोलना ही बाबा की सच्ची पूजा है. श्री देवांगन ने समाज मे सफेद ध्वजा के बारे में बताते हुए कहा कि यह झंडा देश व प्रदेश में सत्य व शांति का प्रतीक है घासीदास का जन्म गिरौदपुरी गांव में हुआ था। बचपन से ही जाति व्यवस्था की बुराइयों को देखने के बाद, उन्होंने समानता पर आधारित जीवन जीने का एक नया तरीका स्थापित करने का मन बना लिया था। उन्होंने उस समय प्रचलित सामाजिक संरचना और जाति व्यवस्था को समझने और इसे समाप्त करने के उपाय खोजने के लिए छत्तीसगढ़ क्षेत्र के कोने-कोने का व्यापक भ्रमण किया। उनके द्वारा स्थापित सतनामी समुदाय या संप्रदाय सत्य और समानता (सत का अर्थ सत्य) पर आधारित है। अध्यक्षता कर रहे जिला पंचायत सभापति विप्लव साहू ने कहा कि गुरु घासीदास के मनखे-मनखे एक सामान का संदेश से सभी को समानता का अधिकार मिला है. सभा को बहादुर कुर्रे सहित अन्य समाज के लोगों ने संबोधित किया.