[the_ad id="217"]

जनसहयोग से तैयार संभाग के पहले एस्ट्रोनोमी लैब का उद्घाटन करेंगें सांसद संतोष पांडे 

विकासखंड शिक्षा अधिकारी के पहल ने बदली जर्जर भवन की तस्वीर 

खैरागढ़ — दृढ इच्छा शक्ति हो तो बड़े से बड़े बदलाव को भी अंजाम दिया जा सकता हैं | खैरागढ़ विकास खंड शिक्षाधिकारी नीलम राजपूत ने अपनी इच्छा शक्ति से इसी बदलाव को अंजाम दिया हैं | इतिहास के पन्नों में दर्ज जर्जर हो चुका प्राथमिक शाला क्रमांक 2 का खस्ताहाल भवन जनसहयोग से अब शानदार एस्ट्रोनोमी लैब में तब्दील हो चूका है | बस्तर के बाद यह प्रदेश का दूसरा लैब होगा जिसका उद्घाटन दिन शुक्रवार को राजनांदगांव लोक सभा के सांसद संतोष पांडे करेंगे | लैब को सम्पूर्ण सोलर सिस्टम की आकर्षक चित्रकारी के साथ आधुनिक उपकरण से लैश किया गया है | विज्ञान के जानकारों से चर्चा कर पोस्टर, विज्ञान सामग्री, दूरबीन सहित अन्य सामग्रियां मुम्बई, दिल्ली व पुणे से संपर्क कर मंगाया गया है, सामग्रियों के उपलब्धता के चलते यह सम्पूर्ण दुर्ग संभाग का सबसे बड़ा एस्ट्रोनोमी लैब होगा | विकास खंड सहित पुरे जिले के छात्र प्रत्येक शनिवार को इस लैब का शैक्षणिक भ्रमण कर सकेंगें | जिनके लिए लैब में किया गया रंग रोगन व साज सज्जा आकर्षण का केंद्र रहेगा |

ऐसे बदली किस्मत

ब्लाक शिक्षाधिकारी के रूप में पदोन्नत होने के बाद बी.इ. ओ. नीलम राजपूत की नजर अपना अस्तित्व खो चुके जर्जर प्राथमिक शाला क्रमांक 2 भवन पर पड़ी | देखते ही निर्णय लिया कि इसे जनउपयोगी बनाया जाए | सी.ए.सी. साथियों के साथ बैठक कर व तत्कालीन जिला शिक्षाधिकारी डॉक्टर के.वी.राव से अनुमति प्राप्त कर एस्ट्रोनोमी लैब बनाने की कार्य योजना तैयार की | पर शासकीय फण्ड के अभाव में जोखिम भरा कदम था जिसके लिए बैठकों का दौर चला ,समाज सेवियों को जोड़ा गया जिनमे इस स्कूल से पढ़े लोग भी शामिल थे | समाजसेवी विकास आर्या, नवीन जैन, समशुलहोदा खान, शुभम ठाकुर, मदनी खान सहित शिक्षक धृतेन्द्र सिंह, प्रणय महोबे व शिक्षक संघ के अन्य पदाधिकारी के साथ मिलकर स्वेच्छा पूर्वक समिति का गठन किया गया और डेढ़ साल पूर्व कार्य प्रारंभ किया गया और बी.इ.ओ. के नेतृत्व में एस्ट्रोनोमी लैब की दिशा में कदम बढ़ाया गया |

आर्या ने उपलब्ध कराए सामग्री और मजदुर

ठेकेदार व समाजसेवी विकास आर्या ने तत्कालीन अवधि में स्कूल में ही अध्ययन करने वाली अपनी माता स्व. आशारानी आर्या की स्मृति में भवन को गढ़ने में कोई कसर नही छोड़ी | 4 लाख रुपए की भवन सामग्री के साथ निर्माण के लिए मजदुर भी उपलब्ध कराया | इसी तरह अन्य समाजसेवियों ने भी इस निर्माण में अपनी भागीदारी निभाई |

पूर्व मुख्यमंत्री सीख चुके है शिक्षा का ककहरा 

प्राथमिक शाला क्रमांक 2 के प्रारम्भिक फर्द में पहली कक्षा की फेहरिश्त में छात्र के रूप में पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह का नाम भी दर्ज है | जानकारी अनुसार स्कूल जब बस स्टैंड के पास था तब डॉ. रमन सिंह शिक्षा का ककहरा यह सीख चुके हैं | खैरागढ़ विभिन्न कार्यक्रमों के दौरान अपनी व गुड नाईट के कहानी डॉ. सिंह अपने मुह से सुना चुके है |

Facebook
Twitter
WhatsApp

Leave a Reply

[the_ad id="219"]
POLL
What does "money" mean to you?
  • Add your answer
BREAKING NEWS
LIVE CRICKET