वन मंडल कवर्धा छत्तीसगढ़ राज्य में काफी चर्चित रहा है कांग्रेस शासन काल में कवर्धा के विधायक
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अकबर भाई थे और वन मंत्री भी छत्तीसगढ़ शासन के रहे हैं उनके शासनकाल में 5 वर्ष में वन मंडल कवर्धा में वन विभाग के द्वारा बड़े-बड़े घोटाले को अंजाम दिए हैं क्योंकि अकबर भाई वन मंत्री थे इसलिए वन विभाग कवर्धा क़े सारे गुनाह माफ कर दिया जाता था उनके शासनकाल में वन परिक्षेत्र कवर्धा, वन परिक्षेत्र तरेगांव, वन परिक्षेत्र खारा, वन परिक्षेत्र लोहरा, वन परिक्षेत्र रेंगाखार आर्थिक गड़बड़ी करने में सबसे आगे था खासकर वन परिक्षेत्र तारेगांव में नरवा घुरवा योजना व्यापक पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ है इसमें A. N. R में भी लकड़ी सप्लाई के नाम से करोड़ों रुपए का भ्रष्टाचार किया गया है l
वन परिक्षेत्र तारेगांव से कोई भी जानकारी मांगे जाने पर परिक्षेत्र अधिकारी के द्वारा जानकारी भी नहीं दिया जाता सत्ता परिवर्तन के पश्चात वन परिक्षेत्र तारेगांव में राज्य केम्पा मद में फर्टिलाइजर खरीदी पूरा वन मंडल कवर्धा में किया गया है फर्टिलाइजर खरीदी में भी व्यापक पैमाने पर भाव में हेर फेर करके लम सम बिल बनाया गया है वन मंडल में अनेक जांच चल रहा है लेकिन जांच अधिकारी की ढंग से जांच कर रहे हैं बड़े गोपनील ढंग से जांच किया जा रहा है सबसे ताज्जुब की बात यह है A.C F का जांच एसीसी कर रहा है रेंजर का जांच रेंजर कर रहा है जब के होना यह चाहिए कि जांच अधिकारी बड़े पद का होना चाहिए l