14 सितंबर को बंद रहेंगे छत्तीसगढ़ प्रदेश भर के निजी स्कुल
मांग पूरी नहीं हुई तो 21 को राजधानी में करेंगे बड़ा प्रदशन
खैरागढ़ ! छत्तीसगढ़ प्राइवेट स्कूल मैनेजमेंट एसोसिएशन ने आंदोलन का मार्ग अपनाने का निर्णय लिया है। निजी विद्यालय संघ के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह चंदेल ने बताया की आंदोलन के कारण 14 सितम्बर को प्रदेश के सभी स्कूल बंद रखे गए हैं। मांग पूरी ना होने की स्थिति में 21 तारीख को राजधानी में बड़ा प्रदर्शन किया जाएगा।
ये है प्रदेश के अशासकीय स्कूलों की महत्वपूर्ण मांगें और उनके समाधान
1. आर.टी.ई. की राशि में वृद्धि की मांग
मांग : पिछले 12 वर्षों से आर.टी.ई. की राशि में कोई वृद्धि नहीं की गई है। आर.टी.ई. की राशि प्राथमिक कक्षाओं में 7000 से बढ़कर 15000, माध्यमिक की 11,500 से बढ़ाकर 18,000 एवम हाई और हायर सेकंडरी की अधिकतम सीमा को 15,000 से बढ़कर 25,000 तक किया जाय।
2. बसों की अवधि में वृद्धि की मांग
मांग: बसों की अवधि छत्तीसगढ़ में 12 वर्ष है और देश के अधिकांश राज्यों में यह अवधि 15 वर्ष है। बसों की अवधि छत्तीसगढ़ में भी 15 वर्ष किया जाना चाहिए।
3. सरस्वती साइकिल योजना का लाभ दिलाने की मांग
मांग: निजी स्कूलों में पढ़ने वाली बालिकाओं को भी सरस्वती साइकिल योजना का लाभ दिया जाए।
4. आर.टी.ई. की रुकी हुई प्रतिपूर्ति राशि को स्कूलों में हस्तांतरित करने की मांग
मांग: आर.टी.ई. की रुकी हुई प्रतिपूर्ति राशि को अविलंभ स्कूलों के खाते में हस्तांतरित किया जाये।
5. पीएफ़एमएस में पंजीकृत करने की मांग
मांग: निजी स्कूलों के सभी खातों को पीएफ़एमएस के अंतर्गत पंजीकृत किया जाए।
6. गणवेश की राशि में वृद्धि की मांग
मांग: गणवेश की राशि 540 रुपए से बढ़कर ₹2000 की जाए।
7. स्कूल छात्रवृत्ति में वृद्धि की मांग
मांग: निजी विद्यालय में अध्ययनरत sc/st/obc वर्ग के विद्यार्थियों को मिलने वाले प्रीमैट्रिक एवम पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति की राशि बढ़ाई जाय।
8. स्कूली शिक्षा में भर्ती पर बोनस अंक की मांग
मांग: निजी स्कूलों के अध्यापकों को स्कूली शिक्षा में भर्ती पर बोनस अंक प्रदान किया जाए, जैसे आत्मानंद के शिक्षकों को किया जाता है।