यू पी के कौशांबी में बेटी के पर्स में प्रेग्नेंसी किट देखकर पिता ने घोंट दिया गला, तेजाब से जलाया शव
यूपी के कौशांबी में एक पिता ने अपनी ही बेटी को मौत के घाट उतार दिया। आरोपी ने पुलिस के सामने कबूलनामे में बताया कि पत्नी ने उसके पर्स में प्रेग्नेंसी किट देखी थी। काफी पूछताछ के बाद भी निशा कुछ बताने को तैयार नहीं थी।
कौशांबी: नहर में मिले युवती के शव मामले में पुलिस ने आरोपियों कि गिरफ्तार करने के साथ ही घटना का खुलासा कर दिया है। पुलिस ने अनुसार यह मामला ऑनर किलिंग से जुड़ा हुआ था। युवती के पिता ने ही इस वारदात को परिवार के अन्य लोगों के साथ मिलकर अंजाम दिया था। दरअसल युवती बिना शादी के ही प्रेग्नेंट हो गई थी। घरवालों को उसके पास से प्रेग्नेंसी किट और गर्भ निरोधक गोलियां बरामद हुई थी। इसके बाद ही दंपती ने अपनी बेटी को मौत के घाट उतार दिया और पुलिस को उसके लापता होने की तहरीर दी।
बेटी की हत्या कर थाने में दर्ज करवाई गुमशुदगी
यह घटना मंझनपुर कोतवाली क्षेत्र के टेनशाह आलमाबाद से सामने आई। यहां रहने वाले नरेश की 21 वर्षीय बेटी निशा का शव नहर में पड़ा हुआ था। पिता ने बेटी की शव की शिनाख्त की। परिजनों बताया कि 31 जनवरी 2023 को बेटी शौच के लिए निकली थी और दोबारा वापस नहीं आई। इसके बाद उन्होंने 3 फरवरी को मामले में मंझनपुर कोतवाली पहुंचकर गुमशुदगी का केस दर्ज करवाया। पुलिस को जब इस मामले में हत्या का शक हुआ तो उन्होंने पिता को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की। आरोपी ने पुलिस के सामने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
‘कुछ भी बताने को तैयार नहीं थी बेटी इसलिए कर दी हत्या’
आरोपी ने कहा कि पत्नी ने बेटी के पर्स में प्रेग्नेंसी किट देखी थी। जब निशा से इस बारे में पूछा गया तो वह कुछ भी बताने को तैयार नहीं थी। पत्नी ने उसे एक लड़के से बात करते हुए भी सुना था। हमने उसे समझाने का काफी प्रयास किया लेकिन वह मानने को तैयार नहीं थी। इसी के चलते उसे मार दिया। आरोपी पिता ने बेटी के शव को ठिकाने लगाने की जिम्मेदारी छोटे भाई को दी थी। उसने ही शव को नहर में फेंक दिया था। शव की पहचान छिपाने का भी प्रयास किया गया था। पूछताछ में बताया गया कि बेटी के पास प्रेग्नेंसी किट देखे जाने के बाद मां ने पूछताछ की तो निशा गोलमोल जवाब देने लगी। इसके बाद मां उसके साथ ही रहने लगी और वह बेटी का फोन भी चेक करने लगी। इसी बीच उसने बेटी को किसी से बात करते हुए पकड़ा। 21 जनवरी को पिता नरेश ने भी उससे पूछताछ करने का प्रयास किया तो वह गोलमोल जवाब देती रही। जब परिजनों ने उसे अस्पताल चलने के लिए कहा तो वह उठकर दूसरे कमरे में चली गई। इसी के बाद हत्या का पूरा प्लान बनाया गया।