स्थानीय श्री बांके बिहारी मंदिर परिसर में राजपूत क्षत्रिय महासभा पं. क. 1282 उपसमिति खैरागढ़ दुवारा राजपूतों के आन बान शान के महायोध्दा वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की जयन्ती धूम धाम से मनायी गयी। इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्रीमती यशोदा नीलाम्बर वर्मा, अध्यक्षता श्री शैलेंद्र वर्मा अध्यक्ष नगर पालिका परिसद् खैरागढ़ रहे । विशिष्ट अतिथि के रूप में श्री शेरसिंह अध्यक्ष उपसमिति खैरागढ़,श्री भीखम् छाजेड, शहर अध्यक्ष काँग्रेस कमेटी एवम श्री आकाशदीप सिंह(गोल्डि) ग्रामीण कांग्रेस कमेटी खैरागढ़ , जनपद सदस्य हिमांचल सिंह उपस्थित रहे।
कर्याकम् की शुरुआत महाराणा प्रताप के चित्र पर मल्या अर्पित एवम दीप प्रजवलीत कर किया गया। राजपूत समाज की बच्चियों ने स्वागत गीत प्रस्तुत किये तत्पपश्चात समाज के पदाधिकारियों ने बारी बारी से पुष्प गुच्छ एवम पुष्प हार से स्वागत किये अतिथि गण श्री मति यशोदा नीलाम्बर वर्मा को श्री शेर सिंह उपसमिति के अध्यक्ष ने, शैलेंद्र वर्मा का श्री धर्मा सिंह उपाध्यक्ष ने, हिमांचल सिंह का श्री जितेंद्र सिंह सचिव , एवम शेरसिंह का शुभम सिंह युवा मण्डल सचिव ने मोमेंटो प्रदान कर सम्मान किया । मुख्य अतिथि एवम अतिथि गणों को प्रतिकात्मक रूप से तलवार भेंट किया गया। इस अवसर पर मास्टर मोक्षराज सिंह ने महाराणा प्रताप की जीवनी पर भाषण प्रस्तुत किया । शेरसिंह गांधी ने स्वागत भाषण में समाज के भवन के लिए सहयोग राशि की मांग की एवम समाज दुवारा किये जा रहे रचनात्मक गतिविधियों की जानकारी दी। कार्यक्रम में श्री शैलेंद्र वर्मा ने राजपूत समाज दुवारा समाजिक भवन निर्माण विस्तार हेतु 2 लाख राशि देने की घोषणा की तथा महाराणा प्रताप को एक देशभक्त एवम राष्ट्र के लिए त्याग और बलिदानी असाधारण महापुरुष बताया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि श्री मति यशोदा नीलाम्बर वर्मा ने अपनी जीत के लिए और नई जिला के निर्माण में समाज के लोगो के सहयोग के लिए राजपूत समाज के मतदाताओ के प्रति कृतज्ञता प्रकट की और भविष्य में भी सहयोग की अपेक्षा की। उन्होंने अपने उद्बोधन में महाराणा प्रताप को केवल राजपूत समाज का ही प्रेरणा श्रोत नहीं बल्कि भारत देश उन देशभक्तो के लिए प्रेरणा श्रोत बताया जो देश की एकता एवम आखंडता के लिए मर मिटने को तैयार है । समाज के हर व्यक्ति को महाराणा प्रताप जैसे निडर साहसी और पराक्रमी होना चाहिए। जो किसी अधीनता किसी भी स्थिति में स्वीकार ना करे । उन्होंने राजपूत क्षत्रिय महासभा 1282 उपसमिति खैरागढ़ को सामुदायिक भवन विस्तार हेतु 5 लाख की राशि प्रदान करने की घोषणा की। कार्यक्रम का संचालन करते हुए श्री कमलेश्वर सिंह ने महाराणा प्रताप को ऐसे सपूत की संज्ञा दी जो मुगल सम्राट अकबर की कभी अधिनता स्वीकार नही की बल्कि उन्होंने संघर्ष को अपना रास्ता चुना।उनकी मृत्यु पर अकबर ने भी रोया था कि उन्हे जीवित पकड़ने का अवसर ही मिला और ऐसे साहसी पराक्रमी व्यक्ति से सामना नही हुआ।समाज के श्री हिमांचल सिंह ने कार्यक्रम में उपस्थित समस्त स्वजतीय बन्धुओ एवम अतिथि गणों के प्रति आभार व्यक्त किये। कार्यक्रम की समाप्ति के बाद डी जे में जोश और शौर्य की गीतों की धुन में थिरकते हुए राजपूत नवयुवक मंडल के सदस्यों, महिला मंडल के लगभग 500 युवक युवतियों एवम महिलाओ ने शोभा यात्रा निकली जो बांके बिहारी मंदिर से प्रारम्भ होकर मस्जिद चौक राजीव चौक इतवारी बाजार होते हुए बक्शी मार्ग से गोल बाजार होते हुए मंदिर में समाप्त हुए । कार्यक्रम का संचालन समाज के केंद्रीय निर्णायक सदस्य श्री कमलेश्वर सिंह ने किया।
कार्यक्रम को सफल बनाने में समाज के प्रमुख रूप से गोपालकृष्ण राजपूत, खिलेश्वर् सिंह, दिनेश सिंह, अवधेश सिंह, भूपेंद्र सिंह, प्रवीण सिंह, सोरभ सिंह, महेंद्र सिंह वासु सिंह, दिपेश सिंह, मनीष सिंह रोहन सिंह, प्रकाश राजपूत, विश्वनाथ सिंह, मुकुंद सिंह लोकेंद्र सिंह,, श्री मति रश्मि सिंह श्रीमती कमलेश सिंह, जानकी सिंह, किरण सिंह, श्रृष्टि, कशिश सिया, कनि कनिष्का आदि ने महत्वपूर्ण सहयोग प्रदान किया