खैरागढ़ ! खैरागढ़ सहित छुईखदान व गंडई मे खाद्य विभाग गहरी नींद मे है। इन विभागों के पास सुपरविजन करने का समय नही है।यदि सुपरविजन होता भी होगा तो अभी तक कार्यवाही नही के बराबर है। होली हो या दीपावली जैसे तीज त्योहारों मे शहर के बड़े-बड़े होटलो मे विभिन्न प्रकार की मिठाइयां परोसी जाती है। जहां नकली खोवा को असली रूप देकर परोसा जा रहा है। इन दुकानदारों को विभा का थोड़ा भी डर नही है। और होगा भी क्यों ? जब समय पर विभाग को रसमलाई जो पहुंच जाता है। इनके रसमलाई मे तो इतना स्वाद रहता है कि विभाग को साल मे केवल होली या दीवाली मे ही रसमलाई बिन मांगे मिल जाती है। इनके द्वारा नकली मिठाइयां परोसकर ग्राहकों के सेहत के साथ खिलवाड़ किया जा यहा है। विभाग को लोगो के सेहत का जरा भी ख्याल नही है। बड़े-बड़े होटलों के मिठाइयों मे मिलावट कर उंचे दाम पर बेचे जा रहे है।
◆ अधिकतर दुकानों मे एक्सपायरी ब्रेड बिकता है
कुछ समय पहले हमारी टीम जब छुईखदान खैरागढ़ व गंडई के विभिन्न होटलो का दौरा किया और जानने के लिए जब ब्रेड खरीदा तो वाकई मे चौकाने वाला मंजर सामने आया। यानि कुछ होटलो को छोड़कर अधिकांश होटलो मे एक्सपायरी वाला ब्रेड पाया गया। इनकी सूचना जब खैरागढ़ के सहायक खाद्य अधिकारी नरेन्द्र वाहने को दिया तो उन्होंने छुईखदान के किसी दूसरे अधिकारी का नंबर दिया। उनसे जब संपर्क किया तो वे राजनांदगांव मे रहने की बात कही और सप्ताह मे दो तीन दिन छुईखदान मे रहने की बात करते हुए एक्सपायरी ब्रेड वाला दुकान का नाम पुछने लगे. यानि कार्यवाही के बजाए इन अधिकारियों के द्वारा दुकानदारो को बचाने का काम किया जा रहा है। यानि संबंधित विभाग के साथ मिलीभगत कर दुकानदार ग्राहकों को चुना तो लगा रहे है वही लोगो के सेहत के साथ खिलवाड़ भी कर रहे है।
◆ आखिर कब तक चलेगा यह खेल ?
विभाग के अधिकारी का पोस्टिंग जिस काम के लिए हुआ है उस काम को बखूबी से नही निभा रहे है। अपने काम के प्रति संवेदनशीलता नही दिखा रहे है। इन अधिकारियों के द्वारा दुकानों से न तो सेंपल लिया जाता है और नही दुकानों पर छापामार कार्यवाही की जाती है। बता दें कि इन विभागों के पास तो डेयरी से लेकर डेली नीड्स के अलावा होटलो का ठीक से सूची भी नही है। खैरागढ़ सहित विधानसभा मे घटिया मटेरियल से बने मेवा मिठाई बिक रहा है और विभाग रसमलाई के चक्कर मे आराम से नींद ले रहा है।
◆आय दिन चावल को लेकर होती रहती है शिकायत
खैरागढ़ ब्लाक व छुईखदान मे आए दिन चावल दुकान मे चावल की अफरातफरी को लेकर शिकायतें मिलती रहती है। लेकिन विभाग कार्यवाही के नाम केवल खानापूर्ति ही करती है। अभी भी लगातार शिकायत मिल रहा था। कोरोना काल के समय फ्री मे मिलने वाले चावल को कई दुकानदार गटग लिए और विभाग कार्यवाही के नाम सिर्फ लीपापोती ही कर दिए। ऐसे मे लोगो को शासन की योजनाओं का लाभ नही मिल पा रहा है। ब्लाक मे चावल की भारी भरकम हेराफेरी हो रही है। लेकिन कार्यवाही नही के बराबर है।
इस संबंध मे जानकारी लेने के लिए छुईखदान खाद्य विभाग के अधिकारी को फोन से संपर्क करने की कोशिश किया लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नही किय।