खैरागढ़–नवीन जिला केसीजी में फर्जी मार्कशीट के सहारे गलत तरीके से नौकरी पाए जाने की शिकायत की गई है। जिला शिक्षा अधिकारी को एक शिकायत पत्र राजेंद्र चंदेल के द्वारा दिया गया है। पूर्व में भी यह शिकायत उनके द्वारा की गई थी। जिसमें उन्होंने भरत विजय सिंह चंदेल पिता देवकरण सिंह चंदेल को फर्जी अंकसूची के सहारे नौकरी करने की शिकायत है। श्री चंदेल द्वारा यह भी शिकायत की गई है कि भरत विजय सिंह के द्वारा 1983 की ओल्ड मैट्रिक परीक्षा की मार्कशीट को उन्होंने फर्जी बताया है साथ ही मार्कशीट में प्राप्त अंकों को छेड़छाड़ किया जाना बताया गया है। भरत विजय सिंह शिक्षक पद पर शासकीय प्राथमिक शाला भरतपुर में पदस्थ थे। नौकरी पर रहते हुए उनकी मृत्यु 18/02/2022 को हो गई। इसके उपरांत उनकी मृत्यु हो जाने के बाद उनकी नौकरी उनके पुत्र विकास सिंह चंदेल को अनुकंपा नियुक्ति मिली है। एवं उनकी पत्नी मंजू चंदेल को पेंशन प्राप्त हो रहा है।
राजेंद्र चंदेल ने बताया कि भरत विजय सिंह अप्रैल1983 में हायर सेकेंडरी स्कूल परीक्षा डोंगरगढ़ स्कूल से पास की है ऐसा उन्होंने सर्टिफिकेट अपने सेवा शासकीय सेवा में आने के लिए लगाया है! चंदेल ने इस विषय पर जिला शिक्षा अधिकारी खैरागढ़ एवं संयुक्त संचालक दुर्ग के समक्ष प्रमाण देते हुए दावा किया है कि भरत विजय सिंह 1983 भोपाल बोर्ड ओल्ड मेट्रीक
उस सन में परीक्षा मे फेल हो गए थे। अभी उनके पुत्र को जो अनुकंपा नियुक्ति मिली है वह वर्तमान में अभी जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय खैरागढ़ में पदस्थ है।
चंदेल ने बताया कि सारे प्रमाण देने के बावजूद जिला शिक्षा अधिकारी के द्वारा स्वर्गीय भरत विजय सिंह के पुत्र विकास सिंह पर भी किसी प्रकार की कोई कार्रवाई अभी तक नहीं हो पाई है।
किसी प्रकार की जानकारी नहीं मिली
इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी लालजी द्विवेदी से बात की गई मगर इस संबंध में उन्होंने किसी भी प्रकार की कोई जानकारी नहीं दी।