आइपीएल क्रिकेट सट्टा का कारोबार जोरों पर क्रिकेट सट्टे के कारोबार से जुड़े लोगों के अनुसार मैच की पहली गेंद से लेकर टीम की जीत हर तक भाव चढ़ते-उतरते रहता
खैरागढ़ :- नगर में आइपीएल सट्टे का कारोबार जोरों से चल रहा है। जिला के गाँव गाँव के बच्चे, बड़े अधिकतर के पास ऑनलाइन सट्टा आईडी। पूरा कारोबार आनलाइन चल रहा है, ताकि पुलिस से बचा जा सके। कंप्यूटर , लैपटाप, मोबाइल के जरिए सट्टा खिलाया जा रहा है। मैच के हर बाल, ओवर और रन का रेट निर्धारित कर कारोबार किया जा रहा है। जानकारों के अनुसार पूरा कारोबार बुकी के माध्यम से कोडवर्ड से संचालित होता है। प्रत्येक बुकी का अलग-अलग कोडवर्ड होता है। सट्टा खेलाने वाले लोग हर मैच के पहले अपना मोबाइल नंबर बदल देते हैं। इससे पुलिस उनको आसानी से ट्रेस नहीं कर पाती है। इसमें स्थानीय सट्टेबाज भी शामिल हैं।
क्रिकेट सट्टे के कारोबार से जुड़े लोगों के अनुसार मैच की पहली गेंद से लेकर टीम की जीत तक भाव चढ़ते-उतरते हैं। एक लाख को एक पैसा, 50 हजार को अठन्नाी, 25 हजार को चवन्नाी कहा जाता है। पूरे मैच में तीन सेशन बड़े अहम होते हैं। पहला सेशन पहले मैच का 10 ओवर और आखिरी पांच तथा सेकंड इनिंग के छह ओवर का। इस दौरान मैच के हर बाल पर दांव लगाने के साथ-साथ बालर, बेट्समैन पर भी दांव लगाए जाते हैं। आइपीएल क्रिकेट में सट्टेबाज 20 ओवर को लंबी पारी, दस ओवर को सेशन और छह ओवर तक सट्टा लगाने को छोटी पारी खेलना कहते हैं। यदि किसी ने दांव लगा दिया और वह कम करना चाहता है तो फोन कर एजेंट को ‘मैंने चवन्नाी खा ली’ कहना होता है। पूरा नेटवर्क आधुनिक संचार प्रणाली लैपटॉप, मोबाइल, वाइस रिकार्डर आदि पर ही चल रहा है। सावधानी इतनी बरती जाती है कि एक बार कोई मोबाइल नंबर यूज हो गया तो उसे दोबारा इस्तेमाल नहीं किया जाता।
अंकिता महोबिया की रिपोर्ट (छुईखदान )