खैरागढ़ विश्वविद्यालय में वायलिन वादन की शानदार प्रस्तुति, विद्यार्थियों से भी रूबरू हुए मशहूर कलाकार पंडित घोष
खैरागढ़। इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ के तन्त्री विभाग द्वारा 22 फरवरी 2024 को वायलिन प्रस्तुति का विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में प्रख्यात वायलिन कलाकार पंडित इंद्रदीप घोष (यूएसए) ने वायलिन वादन की शानदार प्रस्तुति दी। इस प्रस्तुति में विश्वविद्यालय के अवनद्य विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. हरि ॐ हरि ने तबले पर शानदार संगत किया। कुलपति पद्मश्री डॉ. ममता (मोक्षदा) चंद्राकर ने प्रस्तुति की सराहना की। विश्वविद्यालय कार्यसमिति की सदस्य सुविख्यात लोक गायिका कविता वासनिक, छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध गायक दिलीप षड़ंगी, विश्वविद्यालय के सेवानिवृत्त अधिष्ठाता व वायलिन गुरु प्रो डॉ. हिमांशु विश्वरूप, संगीत संकाय के अधिष्ठाता प्रो. डॉ. नमन दत्त समेत विश्वविद्यालय के विद्यार्थी, शोधार्थी इस सुंदर प्रस्तुति के साक्षी बने।
कार्यक्रम के संयोजक विवेक नवरे ने बताया कि कुलपति डॉ. चंद्राकर के संरक्षण तथा कुलसचिव प्रो डॉ नीता गहरवार के मार्गदर्शन में यह कार्यक्रम संपन्न हुआ। इसके अंतर्गत प्रथम सत्र में विषय विशेषज्ञ पंडित इंद्रदीप घोष (यूएसए) के द्वारा विद्यार्थियों को तंत्री वाद्य से संबंधित सैद्धांतिक जानकारी दी गई। पंडित घोष ने विद्यार्थियों के जिज्ञासाओं का समाधान भी किया।
संध्याकालीन प्रायोगिक सत्र में पंडित घोष के वायलिन वादन की प्रस्तुति हुई। विद्यार्थी और शोधार्थियों ने बड़ी संख्या में इस प्रस्तुति को देखा। शानदार प्रस्तुति में तबले पर अवनद्य विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. हरि ॐ हरि ने कुशलतापूर्वक साथ दिया। इस रोचक कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के समस्त अधिष्ठाता डॉ. योगेंद्र चौबे, डॉ. प्रो. राजन यादव, लोकपाल प्रो डॉ. काशीनाथ तिवारी, सहायक कुलसचिव राजेश गुप्ता, असिस्टेंट प्रोफ़ेसर डॉ. लिकेश्वर वर्मा, डॉ. दिवाकर कश्यप, डॉ जगदेव नेताम, डॉ. शिव नारायण मोरे, डॉ. मानस साहू, डॉ. शिवाली सिंह बैस, डॉ. आशुतोष चौरे, जनसंपर्क अधिकारी विनोद डोंगरे, विद्यार्थी-शोधार्थी, शिक्षक, अधिकारी, कर्मचारी समेत विश्वविद्यालय परिवार शामिल हुआ।