विश्व साहित्य सद्भाव परिषद ने नगर के डॉ. मकसूद को किया सम्मानित
खैरागढ़:- पत्रकारों की सुरक्षा एवं कल्याण के लिए प्रतिबद्ध प्रेस क्लब ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट्स संगठन, भारत से संबद्ध विश्व साहित्य सद्भाव परिषद के तत्वाधान में नव वर्ष के अवसर पर ऑनलाइन विचार तथा काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। उक्त कार्यक्रम में नगर के हिंदी, उर्दू और छत्तीसगढ़ी के शायर, लेखक डॉ. मकसूद को देशप्रेम, एकता, अखण्डता, भाईचारा और प्रेरणा से ओत प्रोत उत्कृष्ट स्वरचित काव्य प्रस्तुति के लिए प्रमाण पत्र और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
खैरागढ़ के रत्न को पहचान कर सम्मानित किया है- डॉ. जीवन यदुराही
अम्बेडकर परिसर में शनिवार को आयोजित अभिनंदन साझा कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ जीवन यदु राही ने अपने उद्बोधन में विश्व सद्भाव साहित्य परिषद, भारत के द्वारा नगर के डॉ. मकसूद को सम्मानित किए जाने पर कहा है कि खैरागढ़ के रत्न को पहचान कर सम्मानित किया है। इसके लिए नगर की ओर से उस संस्था को बधाई। अध्यक्षीय उद्बोधन में राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मनित लेखक विनय शरण सिंह ने कहा कि डॉ मकसूद के लेख वर्तमान समय में बहुत प्रासंगिक है। विशिष्ट अतिथि के क्रम में पाठक मंच के संयोजक लेखक डॉ. प्रशांत झा ने कहा कि उनकी रचना और व्यवहार आनंदित कर देता है। निर्मल त्रिवेणी महाभियान के संस्थापक और वरिष्ठ पत्रकार भागवत शरण सिंह ने कहा की कार्य और संघर्ष करते हुए लगातार रचना करना अपने आप में बड़ी उपलब्धि है। शांतिदूत के संस्थापक और वरिष्ठ पत्रकार अनुराग तुरे ने बधाई देते हुए कहा कि यह सम्मान खैरागढ़ के लिए गर्व की बात बात है। छुईखदान से पधारे जिला प्रेस क्लब के अध्यक्ष सज्जाक खान ने परिषद के द्वारा सम्मानित किए जाने पर उन्हें बधाई दी।
कार्यक्रम का संचालन पत्रकार और शांतिदूत के याहिया नियाजी और आभार प्रदर्शन विमल बोरकर ने किया। इस अवसर पर खैरागढ़ की विभिन्न सेवाभावी संस्थाओं इकरा फाउंडेशन के संस्थापक अब्दुल रज्जाक खान, बौद्ध समाज के अध्यक्ष उत्तम बागडे, नागरिक एकता मंच से समसूल होदा बाबा भाई, मंगल सारथी, सूरज देवांगन, जहीन खान सहित शांतिदूत, निर्मल त्रिवेणी महा अभियान और अन्य सेवाभावी जय देवांगन, चंद्रेश विश्वकर्मा, कमलेश बोमले, राजकुमार बोरकर, अमीन मेमन आदि ने उपस्थित होकर सहयोग और सम्मान पर बधाई दी ।
राष्ट्रीय विचार तथा काव्य गोष्ठी में संगठन के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. सैयद खालिद कैस की अध्यक्षता और विश्व साहित्य सद्भाव परिषद की राष्ट्रीय अध्यक्ष शशि दीप मुंबई के संचालन में जनवरी माह में आयोजित किया गया था। इस विचार तथा काव्य गोष्ठी में मुंबई, दिल्ली, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ सहित देश भर के लेखकों और साहित्यकारों को आमंत्रित किया गया था। जिसमें कई नामी साहित्यकारों रायपुर निवासी रिटायर्ड डीआईजी किशोर अग्रवाल, दिल्ली से डी डी उर्दू से रिटायर्ड फ्रीलांस जर्नलिस्ट श्रीकांत सक्सेना, अंजनीकुमार सिंह, प्रतापगढ़ उत्तर प्रदेश, डॉ.मनीषा अवस्थी रायगढ़, केशी गुप्ता दिल्ली, डॉ प्रीति प्रसाद बिलासपुर/मुंबई, सीताराम साहू निर्मल छतरपुर मध्यप्रदेश, डॉ. मकसूद, खैरागढ़ को उत्कृष्ट रचना और प्रस्तुति हेतु सम्मानित किया गया।
वहीं कई जिज्ञासु लेखिकाएं अर्चना पांडेय भिलाई, वीना आडवाणी तन्वी नागपुर, पारमिता षड़ंगी मुंबई, डॉ संगीता बनाफ़र बिलासपुर, हर्षा खेरा खन्ना, व मंजू चंद मुंबई ने अपनी रचनाओं से श्रोताओं को भावविभोर कर दिया। इस कार्यक्रम में दो नवोदित कवयित्रियों ने हिस्सा लिया। दिल्ली से पैरामिलिट्री फोर्स में कार्यरत प्रिंसी शुक्लाबऔर मुंबई से पद्मश्री स्व. सुलोचना चव्हाण जी की पोती आरती चव्हाण ने अपनी साहित्यिक प्रस्तुति में मंच पर मौजूद अभ्यगतों ने सराहना की और अभिनंदन पत्र प्रदान किया।