73 वां पड़ाव : हनुमान जन्मोत्सव पर 21 सौ हनुमान भक्तों ने किया सुंदरकांड का पाठ
पाठ से प्राप्त ऊर्जा को धर्म संरक्षण में लगाएं
ख़ैरागढ़ 00 हनुमान जन्मोत्सव पर धर्मयात्रा 73 वें पड़ाव में छुईखदान के प्रतिष्टित रानी मंदिर पहुंचीं। जहां 2100 हनुमान भक्तों ने सुंदरकांड व हनुमान चालीसा का सामूहिक पाठ किया। धर्मयात्रा प्रमुख भागवत शरण सिंह ने पाठ के दौरान कहा कि ये हनुमत कृपा ही है कि धर्मयात्रा निरंतर चल रही है। और आज भी हनुमान जन्मोत्सव के दिन सामूहिक रूप से पाठ में शामिल होने का अवसर मिल रहा है। भागवत शरण ने कहा कि हम एक पुनीत उद्देश्य को लेकर चल रहे हैं। सुंदरकांड के माध्यम से जीवन में आ रहे सकारात्मक बदलावों व मिल रही सकारात्मक ऊर्जा को हमें धर्म संरक्षण में लगाना है। यही इस धर्मयात्रा एक मात्र ध्येय है।
धर्मयात्रा की गूंज रायपुर तक – आलोक चंद्राकर
धर्मयात्रा के उक्त पड़ाव में शामिल होने जीव जंतु आयोग के अध्यक्ष ( राज्य मंत्री दर्जा ) प्राप्त आलोक चंद्राकर भी पहुंचें। अपार जन समूह को संबोधित करते हुए चंद्राकर ने कहा कि धर्मयात्रा गूंज सिर्फ अब नवगठित जिले तक सीमित नहीं है,बल्कि सोशल मीडिया के माध्यम से सार्थक प्रयास राजधानी रायपुर तक पहुंच चुकी है। उन्हें स्वयंसेवी संस्था जगन्नाथ सेवा समिति के प्रयासों को भी सराहा। उनके साथ पूर्व विधायक गिरवर जंघेल व अन्य भी मौजूद रहे।
शामिल हुए भगवताचार्य पंडित गोपेश्वर मिश्रा
सिल्हाटी निवासी पंडित गोपेश्वर मिश्रा भी सुंदरकांड के सामूहिक पाठ में शामिल हुए। पंडित मिश्रा ने धर्म जन जागरण के प्रयासों पर बल दिया। और उसे सार्थक करार दिया। सेवा समिति के आदित्य देव वैष्णव ने हनुमत कथा से आ रहे परिवर्तनों को सभी के समक्ष रखा। और बताया कि इस जीवन में सभी को दुःखों को सहना पड़ा है। लेकिन एकमात्र हनुमान जी ही हैं जो सभी के तारणहार बनकर सामने आएं हैं।
संगीत ने झुमाया,हुई आतिशबाजी
भजन गायिका विधा सिंह ने भजनों की प्रस्तूति से अपार जन समूह को झूमने पर मजबूर कर दिया। आरती के दौरान भव्य आतिशबाज़ी भी की गई। संचालन शरद श्रीवास्तव ने किया।