राज्योत्सव में कलह, संगीत विवि शिक्षक संघ में आक्रोश, आयोजन में जिला प्रशासन फेल साबित – मनराखन देवांगन
खैरागढ़। राज्य स्थापना के 24 वे वर्षगांठ पर आयोजित जिला स्तरीय आयोजन में पर्याप्त समय और प्रस्तुति के लिये मंच नहीं मिलने से संगीत विवि शिक्षक संघ में तीखा आक्रोश है। राज्योत्सव के पूरे आयोजन को फेल बताते हुए कांग्रेस नेता व विधायक प्रतिनिधि मनराखन देवांगन ने कहा कि कार्यक्रम की तैयारी, व्यवस्था, प्रचार प्रसार के अलावा प्रतिष्ठित कलाकारों की कलात्मक प्रस्तुति के मामले जिला प्रशासन फिसड्डी साबित हुआ है। सोशल मीडीया में संगीत विवि शिक्षक संघ कि टिप्पणी इसका प्रमाण है जिसमें लगभग सभी नामचीन कलाकारों ने जिला प्रशासन की कार्यशैली की खिलाफत करते हुए टिप्पणी की है। विधायक प्रतिनिधि मनराखन देवांगन ने कहा कि प्रस्तुतिकरण के दौरान ही कलाकारों को बीच में रोककर मंच खाली कराया गया यह सरासर एशिया के सबसे पहले और देश के एकमात्र संगीत विवि में कार्यरत प्रतिष्ठित शिक्षक कलाकारों का अपमान है। उन्होंने कहा कि किसी कलाकार की कलात्मक प्रतिभा को समझने के लिये कलात्मक सोच और संवेदनशीलता होनी चाहिये लेकिन जिला प्रशासन ने मामले पूरी तरह से संवेदनहीनता का परिचय दिया है।
संगीत विवि शिक्षक संघ के नाम से व्हाट्सअप ग्रुप में जिला प्रशासन के खिलाफ कड़ी टिप्पणियों का हवाला देते हुए मनराखन देवांगन ने कहा कि भाजपा नेताओं को खुश रखने और उन्हें बोलने का ज्यादा अवसर देने कलाकारों का अपमान हुआ है यथोचित सम्मान नहीं देकर कला संगीत के मर्मज्ञ विद्वानों को जिला प्रशासन ने ठेस पहुंचाया है। मनराखन देवांगन ने कहा कि प्रशासनिक दोहन के शिकार कलाकारों में इस वाकिए से काफी नाराजगी है। कलाकारों के अपमान के साथ भाजपा के अतिथि नेताओं को भीड़ दिखाने संगीत विवि के कन्या छात्रावास की छात्राओं को जबरदस्ती रात दस बजे तक पंडाल में बिठाया गया जबकि आज तक कभी भी कन्या छात्रावास के बच्चों को निर्धारित समय के बाद बाहर जाने या निकलने की छूट दी गईं हो लेकिन यहा कुलसचिव का पद संभाल रहे अपर कलेक्टर प्रेम कुमार पटेल ने मौखिक आदेश जारी कर सभी बच्चियों को पंडाल में बुलाया और देर रात तक रोके रखा इस दौरान यदि कोई अप्रिय घटना होने पर जिम्मेदार कौन होता। कांग्रेस नेता मनराखन देवांगन ने कहा कि राज्योत्सव के नाम पर जिला प्रशासन ने खानापूर्ति की है। अतिथियों का नाम समय पूर्व तक तय नहीं कर पाई और आमंत्रण कार्ड भी समय में लोगो को नहीं मिल पाया।
प्रशासन के इस कार्यक्रम को देखकर ऐसा लग रहा था कि यह भारतीय जनता पार्टी द्वारा प्रायोजित कार्यक्रम है और पंडालों, पोस्टर में भी इसकी झलक लगातार देखने को मिल रही थी। जबकि कार्यक्रम में भाजपा और अन्य दल के दूसरे दर्जे के जनप्रतिनिधि, ग्रामवासी या भाजपा के सदस्य और कार्यकर्ताओं को तवज्जो नहीं दिया गया। कार्यक्रम में तारतम्यता का बेहद अभाव रहा, अतिथियों के सम्मान और विभागीय पुरस्कार वितरण में समय बेतरतीब व्यवस्था रही। दर्शकों की खानापूर्ति के नाम पर सिर्फ स्कूली बच्चे दिख रहे थे।