रायपुर। सीएम हेमंत सोरेन के खिलाफ निर्वाचन आयोग का फैसला आने के बाद से प्रदेश के सियासी गलियारों में हड़कंप मचा हुआ है। प्रदेश राज्यपाल रमेश बैस उनके खिलाफ आज फैसला( decision) ले सकते हैं। वहीं दूसरी ओर लगातार सत्ताधारी पार्टी के विधायकों की बैठक जारी है।
एक तरफ मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सदस्यता रद्द होने की आशंका है, तो दूसरी तरफ कानून व्यवस्था के मुद्दे पर सरकार बुरी तरह घिरी हुई है। एक तरफ दुमका में अंकिता हत्याकांड को लेकर सरकार पर सवाल उठ रहे हैं तो दूसरी तरफ पलामू में महादलितों पर हुए अत्याचार को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सरकार को घेरना शुरू कर दिया है।
आज जो स्थिति है, उससे हॉर्स ट्रेडिंग की बू आ रही है
उन्होंने कहा कि उन्हें कुर्सी का लालच नहीं है और इसलिए तनाव में नहीं है। मुख्यमंत्री झारखंड में कैश के साथ पकड़े गए कांग्रेस के तीन विधायकों से जुड़े सवाल का जवाब दे रहे थे। इससे पहले रविवार को सरकार के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि आज जो स्थिति है, उससे हॉर्स ट्रेडिंग की बू आ रही है।