खैरागढ़। शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय खैरागढ़ में बड़ा घोटाला सामने आया है। यहां राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान खेल गढिय़ा दिव्यांग रिसोर्स सेंटर मद में प्राप्त राशि का बंदरबाट किया गया है। राशि का बंदरबाट करने का आरोप प्राचार्य एवं प्रभारी पर लग रहा है। जिसकी शिकायत स्कूल शिक्षा एवं संचालक लोक शिक्षण समग्र शिक्षा अभियान से हुई है। वही जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।
शिकायतकर्ता के अनुसार राशि का नियम विरूद्ध व्यव हुआ किया गया है। गौरतलब है कि साल 2010 से लेकर 2019 तक 1 लाख 68 हजार से अधिक राशि की विज्ञान सामग्री खरीदी गई। जिसका न तो कोई उपयोग किया गया है और न ही कोई उसका अवशेष बचा है।
इसी तरह समावेशी शिक्षा के तहत रिसोर्स सेंटर के लिए 1 लाख 20 हजार रूपए की स्वीकृति मिली। वही उसे व्यय भी कर लिया गया, उसका न तो बिल क्रमांक दर्शाया गया है और न ही निविदा का उल्लेख है। इसके अलावा शाला भवन में दीवाल के नाम पर भी भ्रष्टाचार किया गया है।
शिकायत में यह भी कहा गया है कि एक कोने में जहां तीन ओर दीवाल पहले से खड़ा है, लेकिन एक और दीवाल खड़ा करके दिव्यांग बच्चो के लिए स्वच्छ शौचालय बनवाया गया है। जिसमें 80 हजार खर्च हुआ है। खास बात यह है कि उसमें पहले से ही 50 हजार का काम हो चुका था। छ.ग. इंटरप्रईजेश को 80300 भुगतान हुआ है, लेकिन समान स्टॉक पंजी पृष्ठ में प्रविष्ट है, मगर बिल क्रमांक नहीं है।
विभाग के प्रमुख सचिव को किए शिकायत में कहा गया है कि खेल गढिय़ा मद में 75000 रूपये आय हुआ है। लेकिन खर्च रिकार्ड में 36302 रूपये ही बताया जा रहा है। वही 29000 रूपये शेष बता रहे हैं। इसके अलावा कोरोना के दो वर्ष बच्चें खेल खेले नहीं है, लेकिन खेल सामग्री गायब है। उन्हें पता ही नहीं है कि खेल सामाग्री कहा है।
जबकि कैश बुक की छाया प्रति से स्पष्ट पता चलता है कि प्राचार्य ने बिना सामग्री प्रदाय किए, उस फार्म के नाम 25 हजार, 17065 रूपये, 13500 रूपये इस तरह अलग-अलग कर कुल 116065 रूपये रूपये का चेक दुकानदार के नाम काटा गया है। लेकिन आज पर्यंत तक फॉर्म ने राशि आहरित नहीं की है। इसके अलावा कैश बुक के अवलोकन से पता चला है कि आज तक कुल 2 लाख 95 हजार 453 रूपये खर्च ही नहीं किया गया है।